
नई दिल्ली। भारतीय घरों में अक्सर हर सब्जी बिना आलू ( potato ) के अधूरी होती है। इसलिए इसे सब्जियों का राजा भी कहते हैं। मगर क्या आपको पता है प्रेगनेंसी ( pregnancy )में आलू का सेवन आपको मुसीबत में डाल सकता है। इस बात की पुष्टि यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और हावर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से हुए एक शोध में हुआ है।
1.रिसर्च के मुताबिक गर्भावस्था में महिला के शरीर में कई बदलाव पहले से होते हैं। इससे शुगर का लेवल भी बढ़ा हुआ होता है। ऐसे में आलू खाने से शर्करा की मात्रा ज्यादा बढ़ सकती है। जिससे डायबिटीज का खतरा हो सकता है।
2.आलू में शुगर की मात्रा ज्यादा होती है। इसे गर्भावस्था में ज्यादा खाने पर होने वाले बच्चे में भी डायबिटीज के लक्षण पाए जा सकते हैं। इससे उसका ब्लड प्रभावित हो सकता है।
3.आलू में स्टार्च और कार्बोहाइड्रेट की मात्रा भी ज्यादा होती है। प्रेगनेंसी में इसका सेवन करने से होने वाला बच्चा मोटापे का शिकार हो सकता है।
4.यूएस नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ और हावर्ड यूनिवर्सिटी के शोध के मुताबिक गर्भावस्था में आलू खाने से बच्चे का विकास रुक सकता है। क्योंकि इससे मां का हार्मोनल बैलेंस बिगड़ सकता है। इससे बच्चे का दिमाग ठीक से विकसित नहीं होगा।
5.गर्भावस्था में ज्यादा आलू खाने से बच्चे की स्किन सिकुड़ी हुई और दरारों वाली हो सकती है। क्योंकि खून में अतिरिक्त शर्करा के जाने से त्वचा के टिशूज सिकुड़ जाते हैं। इससे स्किन बेजान लगती है।
6.शोध के मुताबिक गर्भावस्था में आलू खाने से मां और बच्चे में थायराइड की शिकायत मिल सकती है।
8.आलू में फैट होता है। ये दिल के लिए अच्छा नहीं होता है। प्रेगनेंसी में स्त्री का शरीर पहले से ही नाजुक होता है। ऐसे में दिल की धड़कनें तेज रहने से ब्लड प्रेशर का खतरा हो सकता है।
9.प्रेगनेंसी में आलू खाने से सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। क्योंकि ये धमनियों को ब्लॉक कर देता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता है। ऐसे में शरीर में आक्सीजन की कमी हो जाती है। इससे गर्भ में पल रहे बच्चे को भी नुकसान हो सकता है।
10.आलू खाने से दिल पर ज्यादा जोर पड़ता है। क्योंकि ये खाने में भारी होता है। इसे पचने में ज्यादा समय लगता है। ऐसे में दिल को धड़कनें के लिए ज्यादा जोर लगाना पड़ता है।
Published on:
20 Jul 2019 02:24 pm
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