grey hair remedies : घमरा की पत्तियों को सरसों के तेल में उबालकर इसका उपयोग करना फायदेमंद होता है
घमरा के अर्क के इस्तेमाल से कैंसर के बैक्टीरिया को भी खत्म किया जा सकता है
सफेद बालों को काला बनाने समेत इन 10 बीमारियों के लिए फायदेमंद है घमरा, ऐसे करें इस्तेमाल
नई दिल्ली। आजकल के बदलते लाइफस्टायल ने लोगों को बीमारियों का शिकार बना दिया है। इससे बालों के सफेद होने से लेकर पेट की दिक्कत और कैंसर ( cancer ) जैसे घातक रोगों का खतरा बढ़ गया है। इन सभी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए घमरा नामक जड़ी बूटी ( jadi booti ) बहुत फायदेमंद होती है।
2.घमरा में थक्कारोधी (anticoagulant) गुण होते हैं। इसलिए इसके रस के सेवन से खून का जमना कम होता है। ये ब्लड की गंदगी को भी दूर करने में मदद करता है। 3.घमरा ( Ghamra ) की पत्तियों को सरसों के तेल में पकाकर इसे बालों में लगाने से सफेद बालों की समस्या से छुटकारा मिलता है। ये बालों को घना बनाने में भी मदद करता है।
4.घमरा में एंटीफंगल गुण होते हैं। अगर किसी को चोट लग गई हो, कट गया हो या घाव हो गया हो तो घमरा की पत्तियों को पीसकर लगाने से लाभ होता है। इससे इंफेक्शन कम होता है और घाव जल्दी भरता है।
5.घमरा का उपयोग यकृत विकारों, हेपेटोप्रोटेक्शन (hepatoprotection), गैस्ट्राइटिस (gastritis) और पेट की जलन (heartburn) आदि के आयुवेर्दिक इलाज में भी लाभकारी होता है। 6.घमरा के उपायोग से शरीर में बनने वाले जहर को दूर किया जा सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक हमारे लिवर में डिटॉक्सिफिकेशन मैकेनिज्म में एंजाइम होते हैं। जो शरीर में किसी प्रकार की चोट लगने या इंफेक्शन होने पर एंजाइम को खून में मिलाने लगता है। इससे शरीर में प्वाइजन बनने लगता है। घमरा का उपयोग इस समस्या को दूर करता है।
7.गठिया के दर्द से छुटकारा पाने में भी घमरा उपयोगी साबित होता है। इसके तेल से मालिश करने पर सूजन भी कम होती है। 8.घमरा के एथनॉलिक अर्क में इम्यूनोस्टिमुलेटरी (immunostimulatory) प्रॉपर्टी होती है। यह शरीर में फागोसाइटिक इंडेक्स को बढ़ाने के लिए ल्यूकोसाइट्स, प्लाज्मा कोशिकाओं और स्प्लेनिक ल्यूकोसाइट्स की संख्या में वृद्धि करके इम्यूनिटी को बढ़ाता है।
9.घमरा पौधे का जलीय अर्क कैंसर कोशिकाओं को रोकने में सहायक होता है। इससे कैंसर के बैक्टीरिया तेजी से विकसित नहीं हो पाते हैं। 10.घमरा में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं जो हमें संक्रमण से बचाने में सहायक होते हैं। इसके अर्क का उपयोग कर करने से पेचिश, दस्त और आंतों संबंधी विकारों से छुटकारा पाया जा सकता है।