
बढ़ती उम्र के असर को देना है मात तो करें इस जड़ी बूटी का इस्तेमाल
नई दिल्ली। गलत खानपान के चलते आजकल लोगों में बुढ़ापे का असर जल्दी दिखने लगा है। ऐसे में वे वक्त से पहले ही उम्रदराज लगने लगते हैं। इस समस्या से बचने के लिए शल्लकी नामक जड़ी बूटी का इस्तेमाल फायदेमंद होता है। ये स्किन को टाइट करने के साथ दूसरी बीमारियों से भी बचाता है।
1.शल्लकी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। जो बाहरी संक्रमण और बैक्टीरिया से त्वचा कोशिकाओं की रक्षा करने में प्रभावी होते हैं। इसमें मौजूद एंटी एजिंग प्रॉपर्टीज स्किन को टाइन बनाने, झुर्रियों को कम करने और चेहरे के दाग धब्बे हटाने में मदद करता है।
2. आयुर्वेद में शल्लकी का उपयोग शुगंधित औषधी के रूप में किया जाता है। यह तनाव को कम करने में मदद करता है। ये दिमाग की नसों को शांत रखने में मदद करता है।
3.शल्लकी में मौजूद औषधीय गुण आंतों की सूजन कम करने में प्रभावी होते हैं। इसके नियमित रूप से सेवन करने पर गैस्ट्रिक अल्सर, कब्ज, अपचन, पेट की ऐंठन, दस्त और सूजन आदि समस्याओं से छुटकारा पाया जा सकता है।
4.शल्लकी में एंटी-इंफ्लामेटरी गुण होते हैं। येशरीर में दर्द को उत्तेजित करने वाले एंजाइमों और यौगिकों के उत्पादन को बाधित करने का काम करता है।
5.मस्तिष्क कोशिकाओं की सूजन को कम करने में भी शल्लकी बहुत उपयोगी साबित होता है। इससे सिर दर्द में आराम मिलता है।
6.शल्लकी में एंटी-कैंसर गुण होते हैं जो शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने और उन्हें नष्ट करने में सहायक होते हैं।
7.शल्लकी में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-फ्लामेटरी गुण होते हैं। जिसके कारण ये घाव को जल्दी भरने में मदद करता है।
8.इसके नियमित प्रयोग से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल को कम होता है। जबकि अच्छे कोस्ट्रॉल के स्तर में वृद्धि होती है।
9.शल्लकी में ब्लड शुगर के स्तर को कम करने वाले गुण होते हैं। शुगर पेशेंट के लिए शल्लकी के अर्क का सेवन करना लाभकारी होता है।
10.शल्लकी के प्रयोग से शरीर में लिम्फोसाइटों और टी-कोशिकाएं सही से काम करती हैं। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता में भी वृद्धि होती है।
Published on:
02 Apr 2019 01:03 pm
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