8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

ट्रंप एक बार फिर चीनी सामान पर लगाने जा रहे हैं 25 फीसदी शुल्क

डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन इस सप्ताह 16 अरब डॉलर मूल्य के चीनी सामान पर 25 फीसदी शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध जारी है।

2 min read
Google source verification
donald trump

16 अरब डॉलर चीनी सामान पर 25 फीसदी शुल्क लगाने की तैयारी कर रहे ट्रंप

नर्इ दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो नजदीकी दोस्तों अमरीका आैर चीन के बीच एक बार फिर से ट्रेड वाॅर शुरू हो गया है। इस बार हमला अमरीका की आेर से शुरू किया गया है। अमरीका एक बार फिर से चीन के सामान पर शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है। जिसका खामियाजा भारत को भी उठाना पड़ सकता है। आइए आपको भी बताते हैं कि अमरीका चीन पर कितना आैर शुल्क लगाने जा रहा है।

50 अरब डॉलर के सामान पर लगेगा शुल्क
डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन इस सप्ताह 16 अरब डॉलर मूल्य के चीनी सामान पर 25 फीसदी शुल्क लगाने की तैयारी कर रहा है। दोनों देशों के बीच व्यापार युद्ध जारी है। सीएनएन के मुताबिक, यह आयात शुल्क गुरुवार से प्रभावी होंगे। ऐसी संभावना है कि चीन भी इस कदम के जवाब में अमेरिका के समान मूल्य के सामानों पर 25 फीसदी शुल्क लगा सकता है। सीएनएन के मुताबिक, दोनों देशों द्वारा इस साल आयात शुल्क लगाए जाने का यह दूसरा दौर है। दोनों पक्षों की ओर से गुरुवार को 50 अरब डॉलर मूल्य के सामान पर शुल्क लगाया जाएगा। ट्रंप प्रशासन ने मार्च में यह प्रक्रिया शुरू की थी, जिसका उद्देश्य चीन को दंडित करना था।

इन सामानों पर लगेगा शुल्क
ट्रंप के इस कदम पर प्रतिक्रियास्वरूप चीन ने भी वाशिंगटन पर इसी तरह का शुल्क लगाया था। अमरीका द्वारा चीन के 279 उत्पादों पर नया शुल्क लगाया जाएगा, जिसमें रासायनिक उत्पाद, मोटरसाइकिल, स्पीडोमीटर और एंटीना शामिल हैं। वहीं, चीन रासायनिक सामानों और डीजल ईंधन सहित अमेरिकी सामानों पर शुल्क लगाएगा। सीएनएन के मुताबिक, अमेरिका इस साल चीन पर तीसरे दौर का प्रतिबंध भी लगा सकता है।

भारत को हो सकता है नुकसान
अमरीका आैर चीन के बीच चल रहे ट्रेड वाॅर में भारत को नुकसान हो सकता है। इस ट्रेड वाॅर में चीन को काफी नुकसान हुआ है। जिसकी वजह से चीनी शेयर बाजार काफी गिरा है। जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर काफी बुरा असर पड़ सकता है। चीन एशिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक है। जब भी चीन की अर्थव्यवस्था नीचे की आेर से आती है तो दूसरे देशों पर भी इसका असर पड़ सकता है।