11 दिसंबर 2025,

गुरुवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए कोलकाता में दौड़ीं 400 साइकिलें

मौजूदा दौर में समाज के हर तबके को समझना होगा कि किसी बच्चे के लिए शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण है...  

2 min read
Google source verification

image

Dilip Chaturvedi

Sep 17, 2018

Cycling

Cycling

कोलकाता। देशभर में करोड़ों ऐसे बच्चे हैं, जिन्हें शिक्षा मुहैया नहीं होती है। इसी दिशा में कई एनजीओ व सोशल वर्कर काम कर रहे हैं। वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए आए दिन ऑन लाइन पर किताबें डोनेट करने को लेकर भी लोगों को अवेयर किया जाता है। दरअसल, जो लोग अपने बच्चों की किताबें रद्दी के भाव कवाडिय़ों को बेच देते हैं, उन्हें समझना होगा कि उनकी किताबें रद्दी नहीं, बल्कि किसी बच्चे का भविष्य संवार सकती हैं। लिहाजा, वंचित बच्चों की शिक्षा के लिए समाज का भी दायित्व बनता है कि वो न सिर्फ इसका समर्थन करें, बल्कि जितना हो सके, उतना इस दिशा में अपना सहयोग प्रदान करें।

इसी दिशा में हाल ही कोलकाता में वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करने के समर्थन में रविवार को पौ फटते ही स्कूल, कॉलेज और कॉरपोरेट से कम से कम 400 साइकिलिंग उत्साहियों ने साइकिल चलानी शुरू की।

बता दें कि साल्ट लेक शहर के नलबान पार्क में सुबह पांच बजे शुरू हुए आयोजन के बारे में एक आयोजक ने कहा, "स्कूलों, कॉलेजों और कॉरपोरेट्स के लगभग 400 लोगों ने तीन, पांच, 10 और 25 किलोमीटर की श्रेणियों में आयोजन में हिस्सा लिया।"

'साइक्लेशन - साइकिलिंग फॉर एजुकेशन' (Cycling - Cycling for Education) शीर्षक वाला आयोजन शिक्षा को फैलाने के साथ ही ताजगी भरने वाले साइकिलिंग स्पोर्ट को बढ़ावा देने के मकसद से आयोजित किया गया।

प्रियांक नामक एक भागीदार ने कहा, "मैं हमेशा चुनौतियों के लिए तैयार हूं, यद्यपि यह कोई चुनौती नहीं, बल्कि एक उद्देश्य के लिए है और मैं एक योगा शिक्षक हूं और हमेशा शिक्षा को बढ़ावा देता हूं, क्योंकि मैंने अपने कॉलेज के दिनों के दौरान कई चुनौतियों का सामना किया था। मैं आज समझता हूं कि किसी बच्चे के लिए शिक्षा कितनी महत्वपूर्ण है।"

गौरतलब है कि 'सीएनजी-साइकल नेटवर्क ग्रो' और 'डिस्कवर ऑन व्हील्स' जैसे साइकिलिंग समूहों ने आयोजन में हिस्सा लिया। देश के एक सबसे बड़े स्वतंत्र स्वयंसेवी गैर लाभकारी संगठन, भूमि की तरफ से आयोजित यह साइकिलिंग आयोजन का तीसरा संस्करण था। इसके पहले दिल्ली और बेंगलुरू में यह आयोजन जबरदस्त सफल हुआ था।