नहीं मिला कोई सुसाइड नोट (Punjab Student Navdeep Singh)
वर्ष 2017 की नीट परीक्षा में टॉप करने वाले पंजाब के नवदीप सिंह ने दिल्ली में आत्महत्या कर ली। उसका शव एक धर्मशाला में मिला। वह सात साल से दिल्ली में रह रहा था और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजी विभाग से एमडी कर रहा था। उसकी उम्र सिर्फ 25 साल बताई जा रही है। हालांकि, अब तक आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है। उसके कमरे से कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। बता दें, नीट परीक्षा में नवदीप ने 700 में से 697अंक हासिल किए थे। पिता नहीं कहा सुसाइड नहीं कर सकता बेटा (Navdeep Singh)
नवदीप के पिता गोपाल सिंह एक अध्यापक हैं और उनका छोटा भाई MBBS की पढ़ाई कर रहा है। गोपाल सिंह ने कहा कि उनका बेटा (नवदीप) युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत था। उन्हें यकीन नहीं हो रहा है वो ऐसा कैसे कर सकता है। गोपाल सिंह ने कहा कि मेरा बेटा इस तरह आत्महत्या नहीं कर सकता, इसके पीछे जरूर कोई गंभीर कारण होगा।
बढ़ते सुसाइड के मामले चिंताजनक हैं (NEET Topper Suicide)
नीट यूजी परीक्षा में हर साल लाखों छात्र भाग लेते हैं। लेकिन केवल कुछ ही छात्रों को सफलता मिल पाती है। कारण है कम सीट्स और टफ कंपटीशन। ऐसे में इस तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के कारण छात्रों को तनाव और दबाव का सामना करना पड़ता है। छात्रों के बीच बढ़ता मानसिक स्वास्थ्य अब एक गंभीर मुद्दा बन गया है। देश के कोने-कोने से छात्रों की सुसाइड करने की खबरें सामने आ रही हैं। एक आंकड़े के अनुसार, अकेले कोटा में ही वर्ष 2024 में 15 नीट अभ्यर्थियों ने सुसाइड कर ली थी। वर्ष 2023 में 29 छात्रों ने सुसाइड की थी।