
CG Lok Sabha Election 2024: आचार संहिता लगते ही नगद लेकर निकलने वालों पर पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। इसका असर राजधानी में जमीन और मकानों के बड़े सौदों पर पड़ रहा है। बीते एक माह से रायपुर में 50 लाख से अधिक की संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं हुई है। कारण यह है कि शहर में कई इलाकों की जमीन का बाजार मूल्य गाइडलाइन दर से दो से तीन गुना तक पहुंच गया है। शहर के 60 फीसदी इलाकों में जमीन का गाइडलाइन रेट 1200 रुपए वर्गफीट के भीतर है। जबकि, जमीन की कीमत दो हजार से तीन हजार तक पहुंच गई है। मकान की बात करें तो उसका बाजार मूल्य अभी भी 2000 रुपए प्रति वर्गफीट के आसपास है। जबकि, बाजार में कीमत अभी 4300 से अधिक चल रही है। गाइडलाइन दर बढ़ने के पहले मार्च में जमकर रजिस्ट्री हुई, लेकिन फिर भी बड़े सौदे नहीं हुए।
त्योहारी सीजन से रहती है उम्मीद
पंजीयन विभाग को चैत्र नवरात्रि में जमीन और मकान की रजिस्ट्री ज्यादा होने की उम्मीद रहती है। हर बार कार्यालय का समय और एडवांस बुकिंग का स्लॉट भी बढ़ाया जाता है। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं देखा गया।
कच्चे में होता है 90 फीसदी सौदा
बता दें कि रेरा प्रोजेक्ट और शासकीय एजेंसियों के भवनों और प्लॉट की रजिस्ट्री को छोड़कर यहां होने वाले सौदे में गाइडलाइन में तय राशि का चेक से भुगतान होता है। स्टांप ड्युटी बचाने के लिए रजिस्ट्री में भी उसकी कीमत गाइडलाइन दर से दिखाई जाती है। जबकि असल में सौदा दोगुने में होता है। जिससे सरकार को अरबों रुपए राजस्व का नुकसान हो रहा है।
Updated on:
16 Apr 2024 11:10 am
Published on:
16 Apr 2024 11:02 am
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