नई दिल्ली। केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) ने एक चौकाने वाली रिपोर्ट पेश की है। जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में झाड़ू लगाने वालों से लेकर सीनियर मैनेजर तक भ्रष्टाचार में लिप्त पाए गए हैं। इस रिपोर्ट में लगभग 96 कर्मचारियों के नाम सामने आए हैं।
हालांकि इस लिस्ट में इंडियन ओवरसीज बैंक (आईओबी) के 85 कर्मचारी भ्रष्टाचार में शामिल पाए गए हैं। इनमें छह झाड़ू-पोंछा करने वाले भी शामिल हैं। वहीं साथ ही जारी रिपोर्ट में भ्रष्टाचार के 42 मामलों में 15 बैंकों से जुड़े हैं। आईओबी कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के सबसे ज्यादा सात मामले दर्ज किए गए हैं।
जानका के अनुसार दो मामले बैंक ऑफ इंडिया से जुड़े हुए हैं। भ्रष्टाचार करने वालों में चीफ मैनेजर, जनरल मैनेजर, असिस्टेंट जनरल मैनेजर, स्पेशल असिस्टेंट, क्लर्क और 11 मैसेंजर संलिप्त हैं। सिर्फ बैंक ही नहीं बल्कि छह मामले ऐसे हैं जिनमें आठ सरकारी अधिकारियों के नाम शामिल हैं। इनमें से अधिकांश आइएएस हैं।
कार्मिक विभाग ने केस चलाने की अनुमति नहीं दी है। इनके अलावा स्वास्थ्य और इस्पात मंत्रालय के दो-दो मामले तथा रेलवे मंत्रालय के चार, रक्षा मंत्रालय के तीन ऐसे मामले सामने आए हैं।