ज्ञापन में कहा गया कि सिंचाई विभाग द्वारा छोटे-बड़े कार्यों को लाट बना बड़े बड़े फर्मों को अनुबंध किया जा रहा है। इससे सिंचाई विभाग में पंजीकृत छोटे ठेकेदार एवं श्रमिक बेरोजगार हो गये हैं। ठेकेदार राकेश त्रिपाठी ने बताया कि विभाग द्वारा गठित अनुबंधों से स्थानीय ठेकेदार एवं उनके कार्मिक तथा स्टाफ व परिवार पूरी तरह भुखमरी के कगार पर आ चुका है एवं जीविका का कोई साधन नहीं रहा है।