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बातों में बहलाकर लेखपाल ने सब्जी का ठेल लगाने वाले इस गरीब शख्स से ऐंठे डेढ़ लाख रुपए

उधार लेकर लेखपाल को दिए थे रुपए। प्लॉट दिखाकर जमीन का पट्टा करने के बदले लेखपाल ने मांगे थे रुपए।

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एटा

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suchita mishra

Sep 25, 2018

usman

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एटा। जिले में एक लेखपाल की जालसाजी का मामला सामने आया है। लेखपाल ने उस्मान मलिक नामक एक गरीब शख्स को झूठी बातों में फंसाकर उससे डेढ़ लाख रुपए ऐंठ लिए और उसका काम भी नहीं किया। उस्मान सब्जी का ठेल लगाकर अपने परिवार की गुजर बसर करता है। जब उस्मान ने लेखपाल से अपने पैसे वापस मांगे तो उसने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली। गरीब उस्मान लंबे समय से न्याय के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रहा है, लेकिन अब तक उसे न्याय नहीं मिला।

ये है पूरा मामला
अपने मकान और परिवार के साथ सुखभरी जिंदगी का ख्वाब सभी देखते हैं लेकिन एटा के उस्मान मलिक को ये सपने देखना भारी पड़ गया। अज्ञानता के चलते वो कर्ज के जाल मे ऐसा फंसा कि उसकी जिंदगी ही उलझ कर रह गयी। दरअसल उस्मान शहर कोतवाली के तेली पाड़ा का रहने वाला है। पत्नी और पांच बच्चों के भविष्य की खातिर वो फरीदाबाद में सब्जी की ठेल लगाता है और उसी कमाई से परिवार की गुजर बसर करता है। पीड़ित उस्मान मलिक आठ माह पूर्व जब एटा आया था, तब उसकी मुलाकात भगीपुर में लेखपाल अवनेन्द्र वर्मा से हुयी। पीड़ित का आरोप है कि लेखपाल ने भगीपुर के मजरे में आबादी का प्लाट बताकर पट्टा उसके नाम करने के नाम पर उसके साथ जालसाजी की और उससेर डेढ़ लाख रुपये ऐंठ लिए। लेखपाल ने उससे वोटर आईडी कार्ड, पैनकार्ड आदि मांगे और खाली प्लॉट दिखाकर पट्टा उसके नाम करने का लालच दिया। बदले में उससे डेढ़ लाख रुपए मांगे।

बातों में आकर उस्मान ने बाहर से रुपए उधार लेकर उसे तीन बार में पचास पचास हजार रुपए कर डेढ़ लाख रुपए दिए। पीड़ित का आरोप है कि छह माह बीत जाने के बाद भी प्लॉट उसके नाम नहीं हुआ। जब उसने लेखपाल से प्लॉट की बात कही तो उसने झल्लाकर जवाब दिया। उस्मान ने जब अपने रुपए वापस मांगे तो लेखपाल ने उसे जान से मारने की धमकी दे डाली। छह माह से मूलधन के साथ साथ बढ़ते कर्ज ने उस्मान और उसके परिवार का जीना दूभर कर दिया है। लंबे समय से वो जिलाधिकारी कार्यालय के चक्कर काट रहा है। उसने पूर्व जिलाधिकारी को अपने साथ हुयी जालसाजी का प्रार्थना पत्र भी दिया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामला मीडिया में आने के बाद अब ज्वाइंट मजिस्ट्रेट महेन्द्र सिंह तंवर ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं और जांच के बाद दोषी पाये जाने पर आरोपी लेखपाल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।