यह भी पढ़ें अचानक पैदल बीएसए ऑफिस पहुंचे ये युवा आईएएस, इसके बाद जो हुआ उसने कर्मचारियों के होश उड़ा दिए फरवरी, 2019 तक काम करें पूरा मुख्यमंत्री ने गत दिवस लखनऊ में जिला अस्पताल को मेडिकल कॉलेज के रूप में उच्चीकृत किए जाने की समीक्षा की। उन्होंने अब तक की प्रगति पर चिन्ता जताई। उन्होंने कार्यदायी संस्था उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम लिमिटेड को निर्देश दिये कि कार्य में तेजी लाते हुए मेडिकल क़लेजों को शीघ्रातिशीघ्र पूरा किया जाए। निर्देश दिया है कि फरवरी, 2019 तक हर हाल में काम पूरा हो जाए।
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यहां बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेज बता दें कि प्रथम चरण में फिरोजाबाद और शाहजहांपुर में राजकीय ऐलोपाथिक मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। द्वितीय चरण में एटा समेत सात मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने हैं। बदायूं जिले में भी मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। यह पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार में शुरू किया गया था। नई सरकार आने के बाद बजट नहीं मिला। इस कारण काम लटक गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को उनके जनपद में ही उत्कृष्ट एवं प्रभावी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। ऐसे में, इन मेडिकल कॉलेजों का शीघ्र पूर्ण होना अत्यन्त आवश्यक है। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में बन रहे टर्शरी केयर सेण्टर और बर्न यूनिट की भी समीक्षा की गई।
यहां बनाए जा रहे मेडिकल कॉलेज बता दें कि प्रथम चरण में फिरोजाबाद और शाहजहांपुर में राजकीय ऐलोपाथिक मेडिकल कॉलेज बनाए जा रहे हैं। द्वितीय चरण में एटा समेत सात मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाने हैं। बदायूं जिले में भी मेडिकल कॉलेज बनाया जा रहा है। इसका निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है। यह पूर्ववर्ती अखिलेश सरकार में शुरू किया गया था। नई सरकार आने के बाद बजट नहीं मिला। इस कारण काम लटक गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि राज्य सरकार प्रदेशवासियों को उनके जनपद में ही उत्कृष्ट एवं प्रभावी चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए कटिबद्ध है। ऐसे में, इन मेडिकल कॉलेजों का शीघ्र पूर्ण होना अत्यन्त आवश्यक है। आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में बन रहे टर्शरी केयर सेण्टर और बर्न यूनिट की भी समीक्षा की गई।