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बड़ी खबर : रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष ने कहा जाति धर्म का भेद भुलाकर सब करें केरल की मदद

श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने बाढ़ग्रस्‍त लोगो के सहायतार्थ इक्कीस हजार रूपये केरल आपदा राहत कोष मे भेजी

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Mahant Nritya Gopal Das appealed to help flood victims in Kerala

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अयोध्या : केरल में हुई बाढ़ से तबाही को लेकर अयोध्या के संतों ने बड़ा बयान जारी करते हुए इस आपदा में जाति धर्म का भेद भुलाकर समाज के सभी वर्गों से केरल के लिए मदद की अपील की है |श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष और मणिराम दास जी छावनी के महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर कहा केरल राज्य बीती एक सदी में अपने सबसे मुश्किल समय का सामना कर रहा है।बीते 100 साल में केरल ने ऐसी बाढ से तबाही कभी नहीं देखी होगी।जो आज है।किसी भी विपदा का सही अंदाजा तब तक नहीं लगाया जा सकता जब तक आप उससे स्वंय गुजरे न हों. ऐसे लोगों का हृदय से आभार जो कहीं भी सामने नहीं आते लेकिन लोगों की मदद में लगे रहते हैं।रक्षा बंधन पर्व पर देशवासी बाढ पीड़ितो की रक्षार्थ संकल्प और हर स्तर पर सहयोग का संकल्प करे।


श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने बाढ़ग्रस्‍त लोगो के सहायतार्थ इक्कीस हजार रूपये केरल आपदा राहत कोष मे भेजी

श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष ने कहा दान के लिए वर्तमान ही सबसे उचित समय है|हमें भी जहां तक हो सके दिल खोल कर केरल के लोगों की मदद करनी चाहिए। उन्होने इक्कीस हजार रुपए केरल बाढ पीड़ितो को भेजते हुये कहा प्रकृति की मार झेल रहे केरल को लेकर हम सब दुखी हैं और हर कोई लोगों की मदद कर रहा हैं।दान को कर्त्तव्य के रूप में नहीं बल्कि एक विशेषाधिकार के रूप में देखें ।हम सभी को मालूम है कि हर एक की मदद कर पाना संभव नहीं है. लेकिन अगर हम थोड़ी भी मदद करे तो वो बहुत होगी।उन्होने कहा सरकार जो कर रही है बहुत कर रही है,और हम सब को मिलकर भी कुछ करना चाहिए। श्रीराम जन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास महाराज ने बाढ़ग्रस्‍त लोगो के सहायतार्थ इक्कीस हजार रूपये केरल आपदा राहत कोष मे भेजकर लोगो को इस विपरीत परिस्थित मे आगे बढने की अपील करते हुए कहा- "परमारथ हरि रुप है, करो सदा मन लाये पर उपकारी जीव जो, सबसे मिलते धाये। परमार्थ दूसरों की सहायता करना ईश्वर का हीं स्वरुप है।इसे सदा मनोयोग पूर्वक करना चाहिये।जो दूसरों का उपकार मदद करता है-प्रभु उससे दौड़कर गले मिलते है।