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तीन तलाक के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं ने उठाई आवाज, डीएम को दिया ज्ञापन

तीन तलाक के खिलाफ ज्ञापन देने के लिए भाजपा जिलाध्यक्ष भी मुस्लिम महिलाओं के साथ पहुंचे।

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Muslim women

फिरोजाबाद। तीन तलाक मुद्दे को लेकर मुस्लिम महिलाएं जागरूक होने लगी हैं। मुस्लिम महिलाओं ने डीएम के पास जाकर उन्हें ज्ञापन सौंपा और तीन तलाक के मुद्दे पर जल्द फैसला सुनाए जाने की मांग की। मुस्लिम महिलाओं का कहना है कि राज्यसभा में तीन तलाक पर बिल को पास करना अति आवश्यक है। जब तक तीन तलाक मुद्दे का हल नहीं निकलेगा तब तक मुस्लिम महिलाओं का शोषण नहीं रूकेगा। इस दौरान महिलाओं ने तीन तलाक के विरूद्ध बन रहे कानून का समर्थन किया और इसे पास कराने की मांग की।


तीन तलाक के खिलाफ आए कानून के पक्ष में हैं मुस्लिम महिलाएं

तीन तलाक को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बनाए जा रहे कानून को लेकर मुस्लिम महिलाएं इसके पक्ष में आ गई हैं। शहर से दर्जनभर से ज्यादा महिलाएं जिला मुख्यालय पहुंचीं और जिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम संबोधित एक ज्ञापन सौंपा। मुस्लिम महिलाओं ने कहा कि वे कानून के पक्ष में हैं। उनका इस कानून से काफी भला होगा। उन्होंने कहा कि राजनीति से परे होकर वे सरकार से कहना चाहती हैं कि जो कानून बनाया जा रहा है वह अच्छा है और इससे उनको अचानक से शौहर द्वारा किसी भी मामले में फोन पर, बातों ही बातों में जो तलाक दिया जाता है उससे छुटकारा मिलेगा।


भाजपा जिलाध्यक्ष भी रहे मौजूद

महिलाओं के साथ में भाजपा के जिलाध्यक्ष बीएल वर्मा भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार द्वारा जो कानून बनाया जा रहा है वह मुस्लिम महिलाओं को भा रहा है। इसीलिए उनके साथ आकर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन दिलाया है। मुस्लिम महिलाओं को शोषण से बचाने के लिए भाजपा सरकार तीन तलाक के बिल को सही लेकर आ रही है। राज्यसभा में अटके इस कानून को शीघ्र पारित किया जाना चाहिए। इस कानून को काफी पहले ही लागू कर दिया जाना चाहिए था। मुस्लिम महिलाएं इस बिल को पास कराने के लिए लंबे समय से संघर्ष कर रही हैं और आगे भी करती रहेंगी।