एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि गाजियाबाद में अपराधियों पर अंकुश लगाए जाने के उद्देश्य से एसएसपी कलानिधि नैथानी के निर्देशन पर विशेष चेकिंग अभियान चलाया हुआ है। जिसके चलते शहर कोतवाली पुलिस ने सिविल लाइन के साजन कट चौकी क्षेत्र में चेकिंग के दौरान एक शिफ्ट डिजायर कार संदिग्ध दिखाई दी। पुलिस के द्वारा सघन चेकिंग की गई तो कार के अंदर करीब 150 किलोग्राम गांजा बरामद हुआ और गाड़ी में सवार एक महिला समेत चार अन्य अभियुक्त भी गिरफ्तार किए गए। इनसे गहन पूछताछ की गई तो पता चला कि यह लोग तेलंगना राज्य से कम कीमत पर गांजा लाकर दिल्ली एनसीआर में ऊंचे दामों में सप्लाई करने का काम करते हैं और जिस गाड़ी में गांजा लाया जाता था। उस पर गलत नंबर की प्लेट लगाकर रखते थे एक राज्य से दूसरे राज्य में आते ही समय उस राज्य व जनपद का रजिस्ट्रेशन नंबर बदल लेते थे। जिससे चेकिंग के दौरान पकड़े जाने पर खतरा कम होता है।
यह भी देखें: यूपी सरकार से आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों ने कि यह बड़ी मांग उन्होंने बताया कि गांजा ट्रांसपोर्टेशन करते समय यह लोग चार पहिया वाहनों के पीछे वाली सीट और डिग्गी के नीचे और बीच में मॉडिफाई कर वहां जगह बनाते हुए गांजा उसी में छुपा कर रखते थे। जिससे चेकिंग के दौरान डिग्गी के अंदर कोई पकड़ ना पाए बहरहाल पुलिस ने इस बार सघन चेकिंग के दौरान इस गैंग के सदस्य परमार्थ पुत्र शिवनारायण, सतीश पुत्र सूबेदार, रामबाबू साह पुत्र विनोद शाह, सुग्रीव ठाकुर पुत्र स्वर्गीय मुन्नी और इनके अलावा एक रेनू पत्नी सुग्रीव नाम की महिला भी गिरफ्तार की गई है। पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने बताया कि जब सप्लाई करने जाते हैं तो महिला का सहयोग लिया जाता है। ताकि पुलिस को शक ना हो सके। इस गैंग के सदस्यों से बरामद किए गए गांजे की बाजार में कीमत करीब ₹40 लाख आंकी जा रही है।