गोंडा माउंटिंग कोर्स की ट्रेनिंग के दौरानआइस स्लाइडिंग में शहीद हुए वायु सेना के जवान का शव घर पहुंचते ही अंतिम दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा लोगों ने नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दिया।
जिले के नगर कोतवाली क्षेत्र के भार्गव कॉलोनी निवासी आर पी सिंह का बेटा भारतीय वायु सेना में सार्जेंट के पद पर तैनात था। बुधवार को जैसे ही सेना की गाड़ी से शहीद का शव घर पर पहुंचा अमित के बुजुर्ग पिता शव से लिपटकर फफक कर रोने लगे। वही बुजुर्ग माता व पत्नी बदहवास होकर गिर पड़ी। पिता पत्नी व मां को देखकर वहां मौजूद जनसैलाब की आंखें भी नम हो गई। शहीद का बेटा अपने पिता को लिपटा गए जब सब लोग रो रहे थे तब वह भी रोने लगा। शायद उसे यह नहीं मालूम था कि उसके सर से पिता का साया उठ चुका है। आज वह हमेशा के लिए जा रहे हैं। अंतिम दर्शन के बाद अमित के शव को अयोध्या ले जाया गया। जहां पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद सैनिक का अंतिम संस्कार किया गया। बता दें कि बीते 14 सिंतबर को वह एडवांस माउंटिंग कोर्स की ट्रेनिंग के लिए 41 सदस्यीय टीम के साथ उत्तरकाशी गए थे। इस दल को द्रौपदी का डांडा तक पहुंचना था। द्रौपदी डांडा की ऊंचाई करीब 16800 फीट के आसपास है। इस माउंटिंग के दौरान अचानक आइस स्लाइडिंग हो गई और दल के सभी लोग नीचे गिरने लगे। इनमें से 11 जवान तो किसी तरह से बच गए लेकिन 29 जवान गहरी खाई में गिरकर शहीद हो गए। सेना ने रेस्क्यू अभियान चलाकर कुल 27 जवानों के शव को बरामद किया है। जबकि दो जवान अभी भी लापता हैं। इसी में अमित सिंह का शव भी बरामद हुआ था।
सोलह साल तक या देश की सेवा, वर्ष 2006 में वायु सेना में भर्ती हुए थे
भार्गव कालोनी के रहने वाले अमित सिंह वर्ष 2006 में एयरफोर्स में भर्ती हुए थे। वर्तमान में वह सार्जेंट के पद पर तैनात थे। उन्होंने 16 वर्ष तक देश की सेवा की। बुधवार को अमित का शव लेकर आए उनके साथी सुशील कुमार साहनी ने बताया कि अमित जाबांज सिपाही थे। 14 सितंबर को वह 41 सदस्यीय टीम के साथ एडवांस माउंटिंग कोर्स की ट्रेनिंग के लिए उत्तरकाशी गए थे। सभी को 16800 फीट की ऊंचाई पर स्थित द्रौपदी का डांडा पहुंचना था। सभी लोग लक्ष्य के करीब पहुंच चुके थे लेकिन महज 200 मीटर पहले एक बर्फ का टुकड़ा टूटकर ऊपर से नीचे गिर पड़ा। इसी की चपेट में आकर अमित समेत दल के 29 जवान शहीद हो गए।
तीन साल पहले हुई थी शादी
शहीद सार्जेंट अमित सिंह की पत्नी के मांग का सिंदूर महज तीन साल में ही उजड़ गया। अमित की शादी तीन साल पहले कामना सिंह के साथ हुई थी। कामना सिंह राजस्थान के ही जयपुर मार्केटिंग इंस्पेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। अमित व कामना से एक साल का बेटा आरूष है।