इतना ही नहीं, इसमें से गंभीर अपराध वाले 24 बदमाशों को अब तक गोरखपुर की सीमा से बाहर भी किया जा चुका है तो 16 बदमाशों के खिलाफ पुलिस कोर्ट से गैर जमानती वारंट भी हासिल कर ली है। घर पर रोजाना दस्तक देकर पुलिस उनके परिचनों को चेता भी रही है। अब तक की रिपोर्ट में सभी बदमाश जिले से बाहर बताए जा रहे हैं।
वैसे तो बदमाशों पर पुलिस लगातार ही कार्रवाई कर रही है और पिछले दो साल में 190 बदमाशों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है तो 200 बदमाशों को गिरोहबंद भी कर दिया गया है। ये वही बदमाश हैं जिन पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। जिनको पुलिस शांतिपूर्ण तरीक से चुनाव कराने के लिए बदमाशों को चिन्हित कर जिला बदर भी करा रही है। अब तक 24 बदमाश जिला अब तक 24 बदमाश जिला बदर किए जा चुके हैं। इसमें से तो कई ऐसे भी है, जो पहले किए गए थे लेकिन चुनाव के समय ही उनकी वापसी होने वाली थी। इस वजह से उनकी अवधि बढ़ा दी गई है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, वर्ष 2024 में पुलिस ने अलग-अलग मामलों में 1164 लोगों को जेल भेजी थी, जिसमें से 795 लोग जमानत पाकर बाहर आ गए हैं। वहीं, 53 गैंगस्टर भी पकड़ से दूर हैं तो 201 हिस्ट्रीशीटर भी इस समय बाहर है, जिनकी निगरानी चल रही है। पुलिस की कोशिश यही है कि चुनावी माहौल में किसी नेता के पीछे छिपकर वे शांति न बिगाड़ दें।
जिला बदर किए गए बदमाशों में कोतवाली से विजय यादव, खोराबार से संजय पांडेय, शीतल प्रमोद पासवान, रामगढ़ताल से मंगल सिंह, मोहन सिंह, गोरखनाथ से वीरेंद्र चौहान, पीपीगंज से दयाशंकर, पिपराइच से अछेलाल, गुलरिहा से प्रमोद कुमार सिंह, सोनू उर्फ संजय बांसगांव से संतोश राय, बेलीपार से विशाल गुप्ता, गोला से धर्मेंद्र, सनी सिंह, बड़हलगंज से ललकू यादव, चिलुआताल से अजय चौहान, गोलू राजभर, राजघाट से अजय निषाद, छोटू निषाद, गोरखनाथ से भगत चौहान, हरपुर बदुहट से कपिलमुनि यादव को जिला बदर किया जा चुका है।
SSP गोरखपुर SSP गोरखपुर डॉक्टर गौरव ग्रोवर ने बताया की जमानत पर छूटे बदमाश हो या फिर हिस्ट्रीशीटर, पुलिस सभी की निगरानी कर रही है। बीट पुलिस अधिकारी और हल्का दरोगा गश्त के दौरान इनकी मौजूदगी जांचते हैं। वहीं पुलिस की रिपोर्ट पर कई पेशेवर बदमाश जिला बदर किए गए है, कई तो जिला ही छोड़ दिए हैं।