ऐसा करने से उनके चैनल के लगभग 8 लाख फॉलोवर हो गये थे। चैनल मोनेटाइज होने के नाते इस चैनल पर पैसा भी आने लगा। चूँकि सब्सक्राइवर्स की संख्या लगभग आठ लाख थी इसलिए समझिए कि पैसों की बारिश हो रही थी।
यह चैनल यूट्यूब के टर्म्स एंड कंडीशन्स पर खरा नहीं उतर रहा था। यूट्यूब की पालिसी के मुताबिक इनके चैनल पर इनका सिर्फ नृत्य होता था बाक़ी का सब रिकॉर्डेड होता था। लिहाजा इनका पेज कॉपीराइट पालिसी का शिकार हो गया। यूट्यूब ने पैसे भेजने बंद कर दिये थे।
आरोपी देवरिया जिले के रहने वाले है, जो पहले भोजपुरी डांस के नाम से एक यूट्यूब चैनल चलाते थे। यूट्यूब चैनल में यह केवल कलाकार मात्र थे। गायकी और म्यूजिशियन का काम अन्य लोगों का था।
जिसके तहत ऑनलाइन बुकिंग के माध्यम से कैमरा चलाने वालों की बुकिंग करते थे और उन्हें मौका पाकर लूट लिया करते थे। इस घटना से पहले भी इन्होंने देवरिया में भी एक कैमरा चलाने वालों के साथ लूटपाट की थी।
दूसरी घटना 21 मार्च को इस गैंग के द्वारा की गई थी। इसके लिए उन्होंने बनारस के कैमरामैनों को कुल तेरह हजार में बुकिंग की थी। लगभग 6 से 7 लाख रुपए की कीमत के कैमरा और लेंस थे जिन्हें ये लोग अपने साथ ले कर आए थे।
SSP गौरव ग्रोवर ने बताया कि पीड़ितों की तहरीर पर इन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। सर्विलांस के माध्यम से खोराबार पुलिस को सफलता हाथ लगी है और उनके सभी साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि इनका मास्टरमाइंड अभी भी पकड़ से बाहर है उसकी तलाश की जा रही है।
लूटे गए सारे सामानों की बरामदगी की जा चुकी है। साथ में लूट के दौरान इस्तेमाल की गई बाइक और 32 बोर का एक रिवाल्वर और खाली कारतूस भी बरामद किए गए हैं।