गोरखपुर। गोरखपुर के लालगंज मोहल्ले में लूडो गेम को लेकर ऐसा बवाल हुआ कि एक दर्जी की जान पर बन आई। रोज लूडो खेलने वाले दो साथियों के बीच मामूली विवाद इतना बढ़ गया कि बात चाकू चलाने तक पहुंच गई। घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या अब डिजिटल गेमिंग भी हिंसा की वजह बन रही है?
लालगंज मोहल्ला निवासी शकील अहमद दर्जी का काम करता है, रोजाना की तरह पंडितपुर मोहल्ला निवासी एक युवक के साथ लूडो गेम खेल रहा था। दोनों के बीच यह गेम मोबाइल पर चलता था और अक्सर घंटों तक चलता रहता था। बताया जा रहा है कि इस दौरान गेम को लेकर दोनों में किसी बात पर तीखी बहस हो गई।
बहस इतनी बढ़ गई कि आरोपी युवक ने गुस्से में आकर पास ही छुपा रखा चाकू निकाल लिया और शकील पर हमला कर दिया। चाकू सीधे शकील के पेट और कंधे पर जा लगा। जैसे ही शकील घायल होकर गिर पड़ा, आसपास मौजूद लोगों ने शोर मचाया। माहौल बिगड़ता देख आरोपी वहां से जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गया।
सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल शकील को तुरंत सीएचसी में भर्ती कराया। उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। मामले में शकील के बेटे दानिश ने थाने में तहरीर दी है, जिसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। थानाध्यक्ष चंद्रभान सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान हो चुकी है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
यह घटना सिर्फ एक स्थानीय विवाद नहीं है, बल्कि यह डिजिटल गेमिंग के सामाजिक प्रभावों पर भी सवाल उठाती है। जहां लूडो जैसे पारंपरिक गेम को डिजिटल रूप देकर मनोरंजन का जरिया बनाया गया, वहीं यह घटना बताती है कि अगर भावनाओं पर नियंत्रण न हो, तो ऐसा गेम भी हिंसा की वजह बन सकता है।
Updated on:
05 Jul 2025 06:25 pm
Published on:
05 Jul 2025 06:09 pm