गुप्त सूचना पर UP STF ने गोरखपुर में की छापेमारी
एसटीएफ के सूत्रों का कहना है कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी। इसी के आधार पर शुक्रवार सुबह सीधे महिला कांस्टेबल के घर यानी गोरखपुर में छापेमारी की गई। इस दौरान यूपी एसटीएफ ने महिला पुलिस कांस्टेबल के साथ 3 युवकों को माैके से दबोच लिया। महिला कांस्टेबल के साथ पकड़े गए दिल्ली निवासी युवक का नाम देव प्रताप सिंह है। दो अन्य लोगों में से एक प्राइवेट ड्राइवर है तो प्राइवेट सुरक्षाकर्मी बताया जा रहा है। पुलिस भर्ती परीक्षा पास कराने का भरोसा दे रही थी महिला कांस्टेबल
गोरखपुर में यूपी एसटीएफ के हत्थे चढ़ी यूपी पुलिस की महिला कांस्टेबल श्रावस्ती में तैनात है। बताया जा रहा है कि इसने अपने घर पर कुछ लोगों को बुलाया था। साथ ही सिपाही भर्ती परीक्षा पास करवाने का भरोसा दिया था। इसके एवज में अभ्यर्थियों से रुपए भी मांगे गए थे। ये बात अधिकारियों को पता चल गई थी, जिसके बाद से महिला पुलिसकर्मी पर नजर रखी जा रही थी। इसी बीच एसटीएफ ने महिला पुलिसकर्मी को उसके घर से ही पकड़ लिया। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच एसटीएफ और क्राइम ब्रांच कर रही है। एसटीएफ हर एंगल से मामले की जांच कर रही है और पूछताछ कर रही है।
महिला कांस्टेबल के मोबाइल में मिले लेनदेन के सबूत
मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि अभी तक हुई जांच में सामने आया है कि दिल्ली निवासी देव प्रताप सिंह अभ्यर्थियों को पेपर देने का झांसा दे रहा था और महिला सिपाही पिंकी सोनकर अभ्यर्थियों से पैसा जमा करने का काम कर रही थी। महिला सिपाही के मोबाइल से पांच अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड और पैसों के लेनदेन के सुबूत भी मिले हैं। उधर, महिला पुलिसकर्मी का कहना है कि उसके मोबाइल से जो भी एडमिट कार्ड बरामद किए गए हैं। वह सभी उसके रिश्तेदारों के हैं। मगर एसटीएफ को मोबाइल में पैसों के लेन-देन के भी सबूत मिले हैं। ऐसे में पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है और हर एंगर से मामले की जांच कर रही है।