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महाराष्ट्र के बाद अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट निर्माण के लिए काटे जाएंगे 6 हजार पेड़- देखें वीडियाे

Highlights पर्यावरण विभाग ने इस शर्त पर दी पेड़ काटने की अनुमतिप्राधिकरण ने वन विभाग को दिए करीब डेढ़ करोड़ रुपयेदस गुणा पौधे लगाने की शर्त पर दी गई अनुमति, रखरखाव की भी होगी जिम्मेदारी

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ग्रेटर नोएडा। महाराष्ट्र में मेट्रो निर्माण के दौरान हजारों पेड़ों को काटा गया था। अब इसी तरह यूपी के (Jewar) जेवर में (International Airport) इंटरनेशनल एयरपोर्ट के निर्माण में बाधक बन रहे 6 हजार (Tree) पेड़ों को काटा जाएगा। इसके लिए वन विभाग ने शर्तों के साथ (Permission) अनुमति दे दी है। इनमें पहली शर्त पेड़ों के कटने से हुई पर्यावरण की क्षति की भरपाई के लिए दस गुना पौधे लगाने की रखी गई है। यह पौधे यमुना प्राधिकरण क्षेत्र व वन विभाग की जमीन पर लगाए जाएंगे। जिनके रख-रखाव की जिम्मेदारी वन विभाग की होगी। इसके लिए यमुना प्राधिकरण वन विभाग को करीब डेढ़ करोड़ रुपये का भुगतान भी कर चुका है।

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यह विदेशी कंपनी करेगी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण

योगी सरकार के ड्रीम प्रोजेक्ट जेवर मे बनाने वाले (International Airport) इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए 1334 हेक्टेयर जमीन अधिगृहीत की गई है। (Airport) एयरपोर्ट के निर्माण का जिम्मा विदेशी कंपनी ज्यूरिख को सौंपा गया है। कंपनी को टेंडर दिए जाने का फैसला यूपी कैबिनेट में भी पास कर दिया गया है। अभी यहां जमीन को समतल करने का कार्य चल रहा है। इस जमीन पर लगे छह हजार पेड़ों (Tree) को काटने की अनुमति वन विभाग ने शर्तों के साथ दी है। हालांकि पेड़ों की कटाई का काम जेवर एयरपोर्ट की डीपीआर तैयार होने पर होगा। छह हजार पेड़ों के कटने से पर्यावरण को हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी। काटे जाने वाले पेड़ों के एंवज में दस गुना यानि 60 हजार पौधे लगाए जाएंगे। यह पौधे तीस हेक्टेयर जमीन पर लगाए जाएंगे।

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फॉरेस्ट सर्किल ऑफिसर की जांच के बाद तैयार की गई रिपोर्ट

वही फॉरेस्ट सर्किल ऑफिसर सिकंदराबाद की जांच के बाद (Tree) पेड़ काटने की रिपोर्ट तैयार की गई है। इसके बाद मेरठ के ज़ोनल डायरेक्टर सामाजिक एवं वानिकी की ओर से पेड़ काटने (Tree Cuting Permission) की अनुमति दी गई। 3 महीने में इन पेड़ों को काटा जाना है। वन विभाग की तरफ से इसके एवज में लगने वाले 60 हजार पौधों (Plant) का एक्शन प्लान भी सौंपा गया है।