बता दें कि योगी सरकार विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले ही एयरपोर्ट का शिलान्यास करना चाहती है, ताकि उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में जेवर एयरपोर्ट की चमकदार तस्वीर दिखा सके। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 2024 तक शुरू होना है। जेवर एयरपोर्ट में आने वाले गांवों को भी विस्थापित किया जा चुका है। रोही गांव को विस्थापित कर दूसरी जगह बसा दिया गया है। इसके अलावा प्राचीन मंदिरों को भी विस्थापित किया जा रहा है। यह जमीन जेवर एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित थी। अब पूजा-अर्चना के बाद ही मूर्ति की स्थापना बनवारी बाग गांव में की जाएगी।
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PM Modi आज यूपी को देंगे दो बड़े तोहफे, राजा महेंद्र प्रताप सिंह यूनिवर्सिटी और डिफेंस कॉरिडोर का करेंगे शिलान्यास शिलान्यास से पूर्व की लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। अब केंद्र सरकार की अनुमति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम तय होने के बाद समारोह का आयोजन किया जाना है। शिलान्यास समारोह को ऐतिहासिक बनाने के लिए इसकी जिम्मेदारी इवेंट कंपनी को दी जानी है। नवरात्र में शुभ कार्य की शुरुआत करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसे में इसी समय शिलान्यास की संभावना है।
जेवर एयरपोर्ट दुनिया की बेहतरीन और नवीन तकनीक से लैस एयरपोर्ट होगा। यहां सारी सुविधाएं डिजिटल होंगी। इस एयरपोर्ट पर मुसाफिरों को कस्टमाइज्ड सुविधाएं मिलेंगी यानी यात्रियों को उनकी जरूरत के हिसाब से सुविधाएं दी जाएंगी। अपनी श्रेणी में यह पहला नेट जीरो एमिशन एयरपोर्ट होगा। जेवर में एयरपोर्ट के लिए 6 गांवों के 5926 किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। इन गांवों में रन्हेरा, रोही, पारोही, बनवारी वास, किशोरपुर, दयानतपुर गांव शामिल हैं। करीब 1,339 हेक्टेयर में बनाए जाने वाले इस हवाई अड्डे पर करीब 29,500 करोड़ रुपये की लागत आएगी।