
गुना. मध्यप्रदेश के गुना जिले से एक एडीएम अपने नीचे के मताहतों से अजीबोगरीब मांग करते थे। एडीएम दिलीप मंडावी हर दिन किसी न किसी कर्मी से अल्कोहल और नॉनवेज की मांग करते थे। इस पर एसडीएम शिवानी गर्ग ने ग्रुप में मैसेज डालकर इसका विरोध किया। उसके बाद सरकार ने कार्रवाई करते हुए दिलीप मंडावी को वहां से हटा दिया है।
दरअसल, शिवानी गर्ग ने ऑफिसियल ग्रुप में मैसेज डाला था कि अगर किसी तहसीलदार, आर आई या पटवारी ने मंडावी को शराब या चिकन पहुंचाया तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। उसके बाद जिले के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया। जैसे ही जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को यह पता चला तो एसडीएम ने ग्रुप में शामिल पटवारी और अन्य सदस्यों को बुलाया और उनके मोबाइल से इसे डिलीट भी करा दिया।
फोन पर लगाते हैं डांट
एसडीएम शिवानी गर्ग ने कहा हर शाम एडीएम पदाधिकारियों को फोन कर उनसे अल्कोहल और नॉनवेज की डिमांड करते थे। यह मांगें अनुचित थी, पिछले दो-तीन महीने से हमलोगों के द्वारा यह पूरी भी की जा रही थी लेकिन उनकी मांगे बढ़ती जा रही थीं। इसके बाद मैंने व्हाट्स ग्रुप में मैसेज डाला कि ऐसी अनुचित मांगे पूरी करने की जरूरत नहीं है। वह अपने ऊपर दबाव एसडीएम शिवानी गर्ग ने कहा कि जब मागे पूरी नहीं होती तो वे हमलोगों को बिना कारण फोन करके डांटते हैं।
क्या है मामला
गुना जिले में पदस्थ नायब तहसीलदार, पटवारी समेत कई अधिकारियों ने एक पत्र लिखा है। पत्र में सामान्य प्रशासन विभाग के प्रमुख सचिव और गुना कलेक्टर से वरिष्ठ अधिकारी द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायत की है। पत्र में लिखा गया है कि अपर कलेक्टर दिलीप मंडावी द्वारा शराब, मांस एवं अन्य निजी उपयोग की वस्तुओं की मांग की जाती है। मांग न पूरी होने पर झूठे केस बनाकर भविष्य खराब करने की धमकी देते हैं और अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं।
Published on:
07 Jun 2019 02:28 pm
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