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अब गुना में भी दिखेगी कुंडलपुर जैन तीर्थ की झलक, राजस्थान के कारीगर बना रहे अद्भुत मंदिर

अब गुना में भी दिखेगी कुंडलपुर जैन तीर्थ की झलक, राजस्थान के कारीगर बना रहे अद्भुत मंदिर...

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अब गुना में भी दिखेगी कुंडलपुर जैन तीर्थ की झलक, राजस्थान के कारीगर बना रहे अद्भुत मंदिर

गुना। जैन श्रद्धालुओं को जल्द ही गुना में कुंडलपुर जैन तीर्थ को झलक देखने को मिलेगी। राजस्थान के कारीगर 16 महीने से मंदिर को आकार देने में लगे हैं। यह मंदिर कैंट में करीब 6 करोड़ की राशि से तैयार हो रहा है।

ये है खासियत
मंदिर की खासियत यह है कि इसके निर्माण में बिना लकड़ी, सीमेंट, लोहा का इस्तेमाल किए 48 पिलरों पर 3 शिखर रखे जाएंगे। वहीं 27 फीट का डोम तैयार होगा। इसमें बंसी पहाड़ का गुलाबी रंग का पत्थर इस्तेमाल हो रहा है, जिसकी नक्काशी बयाना राजस्थान से तैयार होकर आ रही है।

वही इसे राजस्थान के ही कारीगर सांचे में ढालकर आकार दे रहे हैं। अब गर्भग्रह की ओर से मंदिर आकार लेने लगा है। माना जा रहा है कि करीब 20 महीने में यह मंदिर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। मंदिर का निर्माण फरवरी 2017 में शुरू हुआ था। यह मंदिर 7200 वर्ग फीट में तैयार हो रहा है।

मंदिर में बनाया जाएगा एक इमरजेंसी गेट...
मंदिर में 3 वेदी तैयार हो रही हैं। जहां भगवान विराजेंगे। मंदिर में प्रवेश के लिए तीन गेट भी तैयार हो रहे हैं। इनमें एक बड़ा गेट होगा और दो छोटे गेट बनेंगे। इनमें से एक इमरजेंसी गेट भी होगा और एक गेट गर्भ गृह में प्रवेश के लिए होगा।

वहीं दो परिक्रमा बनेंगी, जिनमें से एक बाहर और एक अंदर बनाई जाएगी।

506 साल पुराना है मंदिर
कैंट में स्थित यह मंदिर करीब 506 साल पुराना है। गुना में सबसे पहले कैंट में छावनी बनी थी। उसी समय से मंदिर है। बजरंगगढ़ जैन तीर्थ के बाद गुना शहर में संभवत: कैंट का मंदिर ही सबसे प्राचीन है। जीर्णोद्धार की आधारशिला मुनि समय सागर महाराज ने ससंघ रखी थी।

वास्तु अनुसार निर्मित हो रहा मंदिर
कैंट क्षेत्र में जैन समाज की आस्था केंद्र इस प्राचीन जिनालय का जीर्णाद्धार नए स्वरूप में गुलाबी रंग के पत्थर से सुसज्जित किया जा रहा है। यह प्राचीन शैली में तैयार हो रहा और शास्त्रों में वर्णित मंदिर वास्तु अनुसार बनने के बाद अपनी सौंदर्य की खुद ही कहानी बयां करेगा।