दरअसल रविवार सुबह सिंधिया विमान से ग्वालियर आए थे। वहां से उनका काफिला जयविलास के लिए रवाना हुआ। मंत्री के कारकेड में पुलिस और उनके समर्थकों की गाडिय़ां थीं। वहीं इस दौरान एसएसपी अमित सांघी के वाहन से भी पीछे से आ रही लग्जरी जीप भिड़ गई, जिसे महिला ड्राइव कर रही थी।
पुलिस ने बताया एयरपोर्ट तिराहे पर मंत्री के समर्थक उनके स्वागत के लिए खड़े थे। उन्हें देखकर सिंधिया ने गाड़ी रुकवा दी। उनका इशारा मिलते ही चालक ने तत्काल ब्रेक लगा दिया। सिंधिया का वाहन रुका तो पीछे भाग रही गाडिय़ों के चालकों ने भी एकाएक ब्रेक लगाए। इसमें पांच गाडिय़ां एक-दूसरे से भिड़ गईं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया काफिले में चल रहे वाहन दनादन एक दूसरे से भिड़े तो इसमें कारकेड ड्यूटी में लगा पुलिस वाहन भी चपेट में आ गयया। उसका भी अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया।
ssp की गाड़ी में भिड़ी लग्जरी जीप
एसएसपी अमित सांघी का वाहन भी घटना में क्षतिग्रस्त हुआ। एसएसपी सांघी भी सुबह एयरपोर्ट गए थे। केन्द्रीय मंत्री सिंधिया के काफिले के पीछे उनकी गाड़ी थी। आगे चल रहे वाहन रुके तो एसएसपी के वाहन चालक ने भी गाड़ी रोकी। इससे पीछे से आ रही लग्जरी जीप उनकी गाड़ी से भिड़ गई, जिसे महिला ड्राइव कर रही थी।
सिंधिया के काफिले से पहले भी टकरा चुकी है गाड़ी
इससे पहले भी मई में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के काफिले की में सुरक्षा में लगे सुरक्षाकमियों के उस समय हाथ-पांव फूल गए थे, जब एक कार अचानक घुस आई और उसने काफिले में पीछे चल रही कार को टक्कर मार दी। कार चालक एक किलोमीटर तक काफिले में अंधाधुंध गति से कार दौड़ता हुआ साथ चलता रहा, जबकि उसे अधिकारी अलग हटने के लिए इशारा कर रहे थे। बाद में पुलिस अधिकारी ने कार चालक को पकडक़र थाने पहुंचाया था।
दरअसल मई 2022 में हुए इस मामले में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया जिलाधीश कार्यालय में बैठक लेने के बाद उनका काफिला महल की ओर रवाना हुआ था। अभी काफिला जिलाधीश कार्यालय से निकलकर पेहाड़ी से नीचे उतरकर पंप के पास से गुजर रहा था तभी कार क्रमांक एमपी 07 सीजे 0050 का चालक अचानक काफिले में घुस गया। बताया गया है कि कार चालक तेजी व लापरवाही से गाड़ी चला रहा था।
पायलट वाहन और मंत्री का वाहन आग निकल चुके थे जबकि काफिले में शामिल गाडिय़ां पीछे चल रही थीं। चालक ने काफिले में चल रही एक कार को टक्कर मार दी, जिससे अधिकारी परेशान हो गए। सुरक्षा में लगे अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिनव चौकसे सर्तक हो गए और उन्होने कार चालक को काफिले से हट जाने का चलते हुए इशारा करने लगे। लेकिन चालक काफिले से हटने की जगह और तेजी से गाड़ी चलाते हुए साथ चलने लगा। एक किलोमीटर तक चालक ने अपनी कार को काफिले के साथ दौड़ाया।