जिले भर में बीएलओ के रूप में अतिरिक्त कार्य में लगाए गए 1729 सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को बीएलओ का कार्य नियम के मुताबिक शाला समय के बाद करना...
ग्वालियर. जिले भर में बीएलओ के रूप में अतिरिक्त कार्य में लगाए गए 1729 सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को बीएलओ का कार्य नियम के मुताबिक शाला समय के बाद करना होता है। लेकिन बीएलओ का कार्य कर रहे शिक्षक उक्त अतिरिक्त कार्य के एवज में शाला में अध्यापन कार्य ही नहीं करते। बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम प्रभावित होने की दशा में अपने नाकारेपन का ठीकरा बीएलओ के रूप में मिली अतिरिक्त जिम्मेदारी पर फोड़ दिया जाता है।उल्लेखनीय है कि आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर इन दिनों मतदाता सूची अपडेट की जा रही हैं। सही वोट बढ़ाने और गलत मतदाता का नाम हटाने का कार्य किया जा रहा है। इस कार्य के लिए शिक्षा विभाग के 1729 पोङ्क्षलगबूथों शिक्षकों को बीएलओ का कार्य दिया गया है। ऐसे में शिक्षक अपनी शैक्षणिक गतिविधियों से पूरी तरह बेखबर होकर केवल बीएलओ के कार्य का राग अलाप रहे हैं।
12 हजार सालाना मिलता है अतिरिक्त मानदेय
बीएलओ की जिम्मेदारी का निर्वहन करने वाले शिक्षक को उसकी तनख्वाह के अलावा 12 हजार रुपए सालाना अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाता है। बीएलओ का कार्य विद्यालय की गतिविधियों के अलावा करना होता है। लेकिन बीएलओ बने शिक्षक अपने मुख्य कार्य से किनारा कर बीएलओ के कार्य को बड़ा और व्यस्ततम दर्शाते हुए स्कूली वक्त भी बीएलओ के कार्य में लगा रहे हैं।
शिक्षकों की संख्या
प्राइमरी शिक्षक 3489
माध्यमिक शिक्षक 678
हाईस्कूल शिक्षक 216
हायर सेकंडरी 254
स्कूलों की संख्या
प्राइमरी स्कूल 884
माध्यमिक स्कूल 178
हाईस्कूल 051
हायर सेकंडरी 064
परीक्षा परिणाम प्रभावित होने पर देना होगा बीएलओ को जवाब
विद्यालय ड्यूटी के अलावा बीएलओ कार्य किए जाने के निर्देश हैं। शासन द्वारा उक्त कार्य के लिए हजार रुपए प्रतिमाह अतिरिक्त राशि प्रदान की जाती है। बावजूद इसके संबंधित बीएलओ के विद्यालय का परीक्षा परिणाम प्रभावित होता है तो संबंधित से जवाब तलब होगा।
अजय कटियार, जिला शिक्षा अधिकारी ग्वालियर