पीडि़त परिवार की दलील है कि पुलिस से भी शिकायत की है। लेकिन रंगबाज पर सही कार्रवाई नहीं हुई। उस पर सिर्फ मारपीट की एफआइआर दर्ज की है। गुंडे के खौफ से बेटियां घर से नहीं निकल पा रही हैं मामला सामने आने पर गुरुवार शाम को तूल पकड़ गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने घटना को गंभीरता से लेकर ग्वालियर आईजी को निर्देश दिए हैं कि मनचले पर कड़ी कार्रवाई करो और बच्चियों का स्कूल जाना पुलिस सुनिश्चित करे।
रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले परिवार का कहना है कि पड़ोसी राहुल पासी मोहल्ले में रंगबाजी करता है। किसी को भी गालियां देता मारपीट करता है। अब सारी हदें पार कर रहा है। लंबे समय से उनकी बेटियों को तंग कर रहा था। पड़ोसी होने की वजह से उसे समझाया कि इस तरह की हरकतें मत करो। लेकिन राहुल नहीं माना उसकी गुंडागर्दी बढ़ती गई। आए दिन उनकी बेटियों को रास्ते में घेरकर छेडख़ानी करता रहा। उसके डर से एक बेटी को इंदौर में रिश्तेदारों के पास भेज दिया है, जबकि बड़ी बेटी का स्कूल जाना बंद करा दिया है। तीन महीने से 8 वीं क्लास में पढऩे वाली तीसरी बेटी भी उसके डर से स्कूल नहीं जा रही है।
दो दिन पहले राहुल घर में घुस आया उस समय छोटी बेटी और उसके दादा घर पर थे। राहुल ने लडकी के साथ छेडख़ानी की तो उसने शोर मचाया आवाज सुनकर बुजुर्ग दादा उसके पास कमरे में गए राहुल उन्हें धक्का देकर भाग गया। धमकी दे गया कि अगर शिकायत की तो जिंदा नहीं छोड़ेगा। पीडि़त परिवार का कहना है कि घटना पुलिस को भी बताई राहुल पर पुलिस ने घर में घुसकर मारपीट का मामला दर्ज किया लेकिन छेडख़ानी का केस दर्ज नहीं किया।
इसलिए गुरुवार को आईजी ग्वालियर रेंज राजाबाबू सिंह और एसपी नवनीत भसीन को भी घटना बताई थी। गुरुवार शाम को मामला प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के सामने भी आ गया तो उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि 8 वीं छात्रा के साथ घर में घुसकर छेडख़ानी करने वाले मनचले पर पुलिस सख्त कार्रवाई करे। लडक़ी और उसके परिवार को सुरक्षा देकर उसका स्कूल जाना सुनिश्चित करे।