
उत्तरी पूर्वी हवाओं से धुंध के साथ छाए बादल, वैज्ञानिक बोले आने वाला है बड़ा बदलाव
ग्वालियर। राजस्थान के उत्तरी पूर्वी हवा के चक्रवात के चलते शुक्रवार सुबह से ही धुंध के साथ बादल छाए रहे। सुबह धुंध के चलते हालत यह थे कि दृश्यता 2 किलोमीटर पर आई। सुबह 11 बजे तक धुंध कम नहीं हो सकी इसके चलते सुबह के समय लोगों को अपने वाहन चलाने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ा। वहीं मौसम में एक साथ बड़ा बदलाव देखने को भी मिल रहा है।
मौसम में आए बदलाव के चलते दिन के तापमान में भी अंतर आ गया। मौसम वैज्ञानिक पीके शाह ने बताया कि अभी एक दो दिन ऐसा ही मौसम बना रहेगा। इससे सुबह के समय धुंध बनी रहेगी। एक दो दिन में रात का तापमान में भी गिरावट देखने को मिलेगी। पिछले कई दिनों से रात का तापमान 13 से 15 डिग्री के बीच ही बना हुआ है। वहीं गुरुवार को अधिकतम तापमान 29.0 और न्यूनतम 14.7 दर्ज किया गया।
कोलकाता से फ्लाइट 45 मिनट देरी से आई
गुरुवार को कोलकाता से ग्वालियर आने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट करीब 45 मिनट देरी से आई। यह कोलकाता से दोपहर 2 बजे चलकर ग्वालियर 4.30 बजे आती है, लेकिन यह कोलकाता से ही 45 मिनट देरी से चली और शाम 5.15 बजे ग्वालियर आई। यह ग्वालियर से कोलकाता के लिए 5.40 बजे रवाना हो सकी। इसके चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बढ़ सकती है ठंड
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि अरब सागर में बने चक्रवात से ग्वालियर चंबल संभाग सहित आसपास के जिलों में कहीं-कहीं बूंदा-बांदी भी हो सकती है। साथ ही यह भी माना जा रहा है कि आने वाले तीन-चार दिनों में मौसम में ठंड का असर बढ़ सकता है।
रात में बढ़ा पारा
आसमान पर छाए बादलों से उत्तर-पूर्व से आ रही ठंडी हवाओं की रफ्तार भी कम हो गई। इससे अधिकतम तापमान जहां 28 डिग्री सेल्सियस पर स्थिर रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 3 डिग्री तक बढ़ गया। न्यूनतम तापमान 20.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। तापमान बढऩे से ठंड का अहसास भी देखा गया है।
देखी जा रही है ठंडक
मौसम में चक्रवात का असर तब और भी असरदार रहा जब ग्वालियर और अन्य शहरों में बारिश हुई। ग्वालियर में जहां दो दिन पहले दोपहर के समय बूंदा-बांदी हुई तो वहीं अंचल में शाम को बारिश से सड़कें भीग गई। जिससे मौसम में इस समय ठंडक देखी जा रही है।
Published on:
15 Nov 2019 03:31 pm
बड़ी खबरें
View Allग्वालियर
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
