मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के आरोप के बाद पुनरीक्षण कार्यक्रम में लगातार देर होती जा रही है। अगस्त के 15 दिन बीतने के बाद भी न पुनरीक्षण कार्यक्रम आया और न डेमोग्राफिक सिमिलर इंट्री (डीएसई) वाले मतदाताओं के नाम।
मतदाता सूचियों में गड़बड़ी के आरोप के बाद पुनरीक्षण कार्यक्रम में लगातार देर होती जा रही है। अगस्त के 15 दिन बीतने के बाद भी न पुनरीक्षण कार्यक्रम आया और न डेमोग्राफिक सिमिलर इंट्री (डीएसई) वाले मतदाताओं के नाम। अब वेबसाइट भी बंद हो गई है। वेबसाइट अंडर मेंटेनेंस पर चल रही है। इससे नए वोटर भी नहीं जुड़ पा रहे है। न सुधार कर पा रहे हैं। इसके अलावा इलेक्ट्रोनिक डेवलपमेंट कार्पोरेशन ने एक घर में 11 से ज्यादा मतदाताओं के सर्वे का फॉरमेट बदल दिया है। नए फॉरमेट को नगरीय निकाय व पंचायतों को भेज दिया है। वहीं, कांग्रेस हाईकमान ने अपने जिला अध्यक्षों को आदेश जारी किए हैं कि वह भी अपने स्तर पर मतदाता सूची का सर्वे कराए। मृतक व दोहरे नाम वाले मतदाताओं की पहचान करें।
वैसे हर साल 1 से 5 अगस्त के बीच पुनरीक्षण की शुरुआत हो जाती थी। आयोग से पूरी जानकारी आ जाती थी, लेकिन इस बार कार्यक्रम जारी नहीं हुआ है। 2024 में मतदाता सूची का जो पुनरीक्षण कराया गया था, उसमें 74 हजार 142 मतदाताओं की इंट्री सिमिलर मिली थी।इनके नाम जगह पर प्रदर्शित हो रहे थे। इस,बार सिमिलर इंट्री वाले मतदाताओं के नाम नहीं आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा कहना है कि हाईकमान से सर्वे के निर्देश आए हैं। हमारे कार्यकर्ता घर जाएंगे।
इलेक्ट्रोनिक डेवलपमेंट कार्पोरेशन ने 29 हजार 250 घरों के पते निर्वाचन कार्यालय को भेजे थे। पुराने फॉरमेट में पांच विकल्प दिए गए थे, जिसमें मतदाताओं की जानकारी भरनी थी। एक घर में 50 ज्यादा मतदाताओं के नाम है, उनकी जानकारी अलग भेजनी थी, लेकिन नए फॉरमेट में 11 से अधिक मतदाताओं की संख्या वाले घरों की जानकारी देनी होगी। 10 विकल्प दिए गए हैं, जिसमें जानकारी भरनी है।
- नए फॉरमेट में किए सर्वे की रिपोर्ट को हर सोमवार को होने वाली अंतर विभागीय समन्वय बैठक में प्रस्तुत किया जाएगा। हफ्ते भर में जो सर्वे होगा, उसका डेटा पेश करना होगा।
- 2023 में विधानसभा व 2024 में लोकसभा का चुनाव हुआ था। विधानसभा व लोकसभा चुनाव को लेकर मतदाता सूची का पुनरीक्षण किया गया था। इन चुनाव के दौरान नए नाम जोड़ गए। गलत नाम हटाए गए। दोनों चुनाव समाप्त होने के बाद अगस्त 2024 में संक्षिप्त पुनरीक्षण किया गया। संक्षिप्त पुनरीक्षण में 74 हजार 142 नाम सिमिलर मिले थे।
- यदि सूची में मतदाता का नाम दो जगह है। मतदाता का नाम अलग-अलग है, लेकिन पिता का नाम भी तो भी डीएसई में पकड़ में आता है।
- यदि शर्ट एक समान है। फोटो धुंधला है। चेहरे में मिलान हो रहा है। डीएसई में पकड़ में आ जाता है।
विधानसभा डीएसई
ग्वालियर ग्रामीण 14458
ग्वालियर 10798
ग्वालियर पूर्व 12937
ग्वालियर दक्षिण 12341
भितरवार 10424
डबरा 13184