
गलत रजिस्ट्री रोकने ये आ रहा नया सिस्टम
ग्वालियर. जिले में जमीन, प्लॉट की खरीदी फरोख्त के दौरान हर साल फर्जीवाड़ा सामने आता है। विक्रेता जमीन का नंबर कहीं का बताता है और कहीं की रजिस्ट्री कर देता है। ऐसे कई प्रकरण में एफआइआर हुई है। रजिस्ट्रार्ड डिपार्टमेंट इस को लेकर नया सॉफ्टवेयर तैयार करने जा रहा है। संपदा टू के नाम से आने वाला सॉफ्टवेयर में गलत जमीन की रजिस्ट्री कराने में पूर्णत: रोक लग सकेगी। इस में जमीन और प्लाट की रजिस्ट्री कराते समय गूगल से नक्शा लगेगा। वहीं गवाह की जगह आधार कार्ड दर्ज होगा। यह बात इंटरव्यू में डॉ. दिनेश गौतम जिला पंजीयक एवं कलेक्टर ने बताई।
? वर्तमान में जमीन या प्लॉट की खरीदारी करते समय लोगों के मन में फर्जीवाड़े की आशंका बनी रहती है। पंजीयन में होने वाले फर्जीवाड़े को कैसे रोका जा सकता है।
-अब काफी हद तक फर्जीवाड़ा रोका जा चुका है। जल्द ही संपदा टू सॉफ्टवेयर आ रहा है। इसके बाद इस तरह की आशंकाएं खत्म हो जाएंगी।
? पंजीयन विभाग से जिले से शासन को कितना राजस्व मिलता है।
- विभाग से पिछले साल 402 करोड़ का राजस्व मिला था। इस बार 449 करोड़ का टारगेट है। अब तक 190 करोड़ का राजस्व मिल चुका है। यह लक्ष्य मार्च तक शत-प्रतिशत पूरा किया जाएगा।
? पिछले सालों की अपेक्षा रजिस्ट्री कराए जाने वालों की संख्या में कमी आई है।
- ऐसा कोई अंतर नहीं आया है। हर रोज जिलेभर में 80-100 दस्तावेज पंजीकृत होते हैं। बारिश के दिन में हर काम स्लो होता है। अक्टूबर से बढ़ता है।
? ई-रजिस्ट्री स्टाम्प से विभाग में खास क्या बदलाव आया।
- इससे पंजीयन कराए जाने का सिस्टम में सरलीकरण हुआ है। और पारदर्शिता भी बढ़ी है।
Published on:
17 Oct 2019 09:24 pm
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