एसपी लोकायुक्त अमित सिंह ने बताया कि रीडर अनीता श्रीवास्तव को उनके दफ्तर में शुक्रवार को करीब डेढ़ बजे रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया। उनसे रिश्वत के चार हजार रुपए भी बरामद किए गए हैं। भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत उनके खिलाफ प्रकरण दर्ज कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। अनीता श्रीवास्तव को जमानत पर रिहा कर दिया गया है।
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पैसे के साथ मटर भी लेते आना
रीडर अनीता श्रीवास्तव ने फरियादी नंदकिशोर लोधी से पूछा था कि उसके यहां कौन सी फसल लगी है। उसने बताया कि खेत में मटर लगी है। इस पर अनीता ने कहा कि चार हजार रुपए के साथ मटर भी लेकर आना। फरियादी एक थेले में
मटर भर कर भी लाया था। इससे पहले भी श्रीवास्तव फरियादी से सामान मंगवा चुकी थीं।
इसी माह पकड़ा गया था खनिज निरीक्षक
लोकायुक्त पुलिस ने 21 दिन पहले ही 2 फरवरी को कलेक्ट्रेट में खनिज विभाग के इंस्पेक्टर रमेश रावत को ५० हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़ा था। रावत ईंट भट्टे के नवीनीकरण एवं पूर्व में ली गई , लीज के एवज में जमा किए गए चैकों की वापसी के लिए 50 हजार रुपए फरियादी जगदीश प्रजापति से मांग रहा था।
यह रहे टीम में शामिल
डीएसपी प्रद्युम्न पाराशर, इंस्पेक्टर रानीलता नामदेव, इंस्पेक्टर आराधना की अगुआई में लोकायुक्त टीम ने जब रीडर अनीता श्रीवास्तव को पकड़ा उस समय गोरखी प्रांगण में राजस्व शिविर चल रहा था। टीम में एसआई सुरेश सिंह, प्रधान आरक्षक सुरेश सिंह, आरक्षक इंद्रभान सिंह, सुनील क्षीरसागर आदि शामिल थे।
गिरवाई निवासी नंदकिशोर लोधी ने जमीन का नामांतरण कराने गिरवाई वृत्त के नायब तहसीलदार कार्यालय में आवेदन किया था। उनके पिता जमीन को लेकर वसीयत भी कर गए थे। यह प्रकरण एक साल से तहसीलदार कोर्ट में चल रहा था। पिछले चार महीने से नायब तहसीलदार की रीडर अनीता श्रीवास्तव ने फाइल को रोक रखा था। उन्होंने बताया कि दस हजार रुपए खर्च आएगा, जिसमें साहब के पैसे भी शामिल हैं। इसकी शिकायत एसपी लोकायुक्त से की। रिश्वत मांगे जाने की पुष्टि के दौरान भी रीडर अनीता ने फरियादी से दो हजार रुपए ले लिए। शुक्रवार को नायब तहसीलदार के दफ्तर में पहुंचकर नंदकिशोर ने अनीता श्रीवास्तव को बताया कि वह पैसे और मटर ले आया है, अनीता ने कहा थैले में ही पैसे डाल दो। बाहर आकर अनीता ने थैला लिया और सीट पर जैसे ही थैले से पैसे निकाले तभी उसे टीम ने पकड़ लिया।