
ग्वालियर. भितरवार के प्राचीन हनुमानमंदिर के बाहर लगे एक नीम के पेड़ से दूध जैसा सफेद पानी निकल रहा है। इसे आस्था से जोडक़र लोग पेड़ की पूजापाठ में जुट गए हैं साथ ही इस तरल पदार्थ को भरकर भी ले जा रहे हैं। उनका मानना है कि इस तरल पदार्थ के सेवन से उनकी बीमारियां दूर होंगी।जबकि वनस्पति शास्त्री इसे प्राकृतिक घटना बता रहे हैं।
नगर के वार्ड क्रमांक 8 में नहर के पास प्राचीन हनुमान मंदिर है। इस मंदिर के बाहर करीब 20 साल पुराना नीम का पेड़ लगा है। इस पेड़ से पिछले 15 दिन से दूध जैसा सफेद पानी निकल रहा है। पहले तो यह थोड़ा सा निकला लेकिन अब इससे निकलने वाले तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ गई है। तरल पदार्थ निकलने के प्रारंभ में इक्का-दुक्का लोग इसकी पूजा पाठ करने लगे और धीरे-धीरे यहां लोगों की भीड़ बढऩे लगी है। गांवों में जैसे-जैसे लोगों को पता चलता जा रहा है वे यहां आकर पेड़ के दर्शन कर रहे हैं। लोग बोतलों व अन्य पात्रों में इस तरल पदार्थ को भरकर ले जा रहे हैं। इनका मानना है कि इस पदार्थ के सेवन से उनकी बीमारियां दूर होंगी।
मंदिर के महंत कृपाल दास ने बताया कि यह पेड़ करीब 20 साल पुराना है लेकिन इस तरह की घटना पहली बार देखने को मिल रही है। लोग यहां पूजा-पाठ के लिए आ रहे हैं। इस बारे में ग्वालियर विज्ञान महाविद्यालय के वनस्पति शास्त्र के प्रोफेसर डॉ. विशाल कदम से बात की गईतो उनका कहना था कि यह एक प्राकृतिक घटना है। इसे सेकेंड्री प्लॉट प्रोडक्ड करते हैं। जब पेड़ में अधिक मात्रा में तरल बन जाता है तो वह कमजोर जगह से निकलने लगता है। ऐसा प्लांट विशेषमें होता है। कईबार लोग पेड़ में कट लगा देते हैं या फिर कील गाड़ देते हैं तो ऐसी जगह से इस तरह का तरल पदार्थनिकलने लगता है । कहीं-कहीं इसकी मात्रा अधिक भी होती है।
Published on:
11 Feb 2018 05:31 pm
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