महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित बेहद अनिवार्य सेनेटरी नैपकिन को फ्री उपलब्ध कराए जाने के लिए युवाओं ने मुहिम चलाई
ग्वालियर। महिलाओं के स्वास्थ्य से संबंधित बेहद अनिवार्य सेनेटरी नैपकिन को फ्री उपलब्ध कराए जाने के लिए युवाओं ने मुहिम चलाई है। इसके लिए पहले चरण में पूरे देश से महिलाओं ने सेनेटरी पैड पर संदेश लिखकर प्रधानमंत्री के नाम भेजने के लिए इकट्ठे किए हैं। सेनेटरी पैड के लिए ग्वालियर से शुरू हुआ यह आंदोलन प्रदेश के साथ ही बिहार,उत्तर प्रदेश,महाराष्ट्र में भी चल रहा है। इन सभी प्रदेशों से भी संदेश मिले हैं।अब इन सभी संदेशों को प्रशासन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पास भिजवाए,ताकि उनको महिलाओं के लिए अनिवार्य वस्तु को मुफ्त उपलब्ध कराने की बात पता चल सके।
यह भी पढ़ें: गर्मी शुरू होने से पहले जरूर कर लें ये काम ,कम आएगा बिजली का बिल,ऐसे समझे पूरा गणित
यह मांग पूरी न हुई तो दूसरे चरण में एक लाख सेनेटरी पैड प्रधानमंत्री को भेजे जाएंगे। यह बात कलेक्ट्रेट आए युवाओं ने प्रधानमंत्री को भेजे जाने वाले संदेश देने के दौरान कही। सोमवार को दोपहर के समय शहर के लगभग ५० युवक-युवतियां कलेक्ट्रेट पहुंचे।
यहां पहुंचकर उन्होंने प्रशासन को बताया कि वे महिलाओं के लिए सेनेटरी नैपकिन मुफ्त उपलब्ध कराने के लिए चल रहे आंदोलन के अंतर्गत देश के प्रधानमंत्री के नाम लिखे गए संदेश देने आए हैं। इन सभी संदेशों को दिल्ली पीएमओ तक भिजवाया जाए। युवाओं द्वारा एक हजार से अधिक सेनेटरी पैड पर पीएम के नाम लिखे गए संदेश तहसीलदार उमेश कौरव ने ग्रहण किए।
यह भी पढ़ें: दहला बॉलीवुड : श्रीदेवी की मौत के बाद आई अब तक की सबसे बड़ी खबर
पानी को लेकर आयुर्वेद अस्पताल में हंगामा
आयुर्वेद चिकित्सालय आमखो में सोमवार को उस समय हंगामा हो गया है जब ड्रेमोस्टे्रटर भवन निर्माण के लिए ठेकेदार अस्पताल की बोरिंग के पानी का दुरुपयोग करते हुए पकड़ा गया। अस्पताल अधीक्षक डॉ.सीपी शर्मा ने ठेकेदार को फटकार लगाते हुए पानी का उपयोग न करने की हिदायत दी। उन्होंने इसकी शिकायत लोक निर्माण विभाग व संभागीय कमिश्नर से करने की बात भी कही। दरअसल अस्पताल परिसर में पिछले दो माह से पानी की किल्लत चल रही है।
मरीजों और डॉक्टरों को पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। अस्पताल में दो बोरिंग हैं। इसमें से एक में पानी का लेवल कम हो गया है। जिससे अस्पताल की सप्लाई बाधित हो रही है। लेकिन इसी बोरिंग का पानी भवन निर्माण के उपयोग में ठेकेदार द्वारा लिया जा रहा था। जिससे सोमवार को पकड़ लिया। बताते हैं कि पानी न मिलने के कारण मरीज करीब आधा किलोमीटर से पानी लाने को मजबूर थे। अस्पताल अधीक्षक डॉ.सीपी शर्मा को जब इसकी जानकारी लगी, तो उन्होंने इस पर नजर रखना शुरू कर दी।