हनुमानगढ़ जिले की बात करें यहां पर खाद्य सुरक्षा योजना के तहत दो लाख 54 हजार राशन कार्ड बने हुए हैं। इसमें नौ लाख लोग पंजीकृत हैं। इनको नि:शुल्क गेहूं वितरण के लिए हर महीने करीब 50 हजार क्विंटल गेहूं का आवंटन होता है। राशन डिपो के माध्यम से इसका वितरण हर महीने किया जाता है। परंतु अगस्त महीना शुरू होते ही राशन डीलरों ने हड़ताल शुरू कर दी है। इससे इस माह राशन वितरण कार्य शुरू नहीं हो पा रहा है।
हनुमानगढ़ जिले में कुल 637 राशन डिपो संचालित हो रहे हैं। रसद विभाग के समन्वय से गांवों व शहरों में गेहूं वितरण कार्य किया जा रहा है। जिला रसद अधिकारी सुनील कुमार का दावा है कि अगस्त महीने में कोई भी व्यक्ति राशन से वंचित नहीं रहेगा। राशन वितरण के लिए हम वैकल्पिक व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत जीएसएस व होलसेल भंडार से समन्वय बनाकर इन्हें लाइसेंस जारी करने का कार्य चल रहा है।
राशन विके्रता कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। इसमें राशन विक्रेताओं को प्रतिमाह तीस हजार रुपए मानदेय देने, गेहूं पर दो प्रतिशत छीजत देने, गत 5-6 माह का कमीशन बकाया है वह जारी करने, आधार सीडिंग की राशि प्रवासी भारतीय योजना के तहत वितरण कराए गए गेहूं का कमीशन व ईकेवाईसी की सीडींग का मेहनताना व आंगनबाड़ी का कमीशन जो आज तक नहीं दिया गया वह जारी किया जाए। राशन डीलर विक्रेता समिति ने जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर चेतावनी दी है कि जब तक सरकार हमारी मांगे नहीं मानेगी तब तक हमारा राशन वितरण कार्य का बहिष्कार करते रहेंगे।