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नर्सिंग विद्यार्थियों ने दिया आंदोलन को समर्थन, एम्स व ईएसआईसी में नर्सिंग ऑफिसर एवं सीनीयर ऑफिसर्स की नियुक्ति में जेंडर रेसो को बदलने की मांग

हनुमानगढ़. राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर अब हस्ताक्षर अभियान चलाया है। ताकि सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचा सकें।

नर्सिंग विद्यार्थियों ने दिया आंदोलन को समर्थन, एम्स व ईएसआईसी में नर्सिंग ऑफिसर एवं सीनीयर ऑफिसर्स की नियुक्ति में जेंडर रेसो को बदलने की मांग
नर्सिंग विद्यार्थियों ने दिया आंदोलन को समर्थन, एम्स व ईएसआईसी में नर्सिंग ऑफिसर एवं सीनीयर ऑफिसर्स की नियुक्ति में जेंडर रेसो को बदलने की मांग

-हस्ताक्षर अभियान चलाकर सरकार को जगाने का प्रयास
हनुमानगढ़. राजकीय नर्सिंग महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने अपनी मांगों को लेकर अब हस्ताक्षर अभियान चलाया है। ताकि सरकार तक अपनी मांगों को पहुंचा सकें। केंद्र सरकार की ओर से लिंग आधारित नियुक्ति करने से सभी में रोष है। नर्सिंग विद्यार्थियों के अनुसार सरकार एम्स व ईएसआईसी में नर्सिंग ऑफिसर एवं सीनीयर ऑफिसर्स की नियुक्ति में जेंडर रेसो 80 व 20 के अनुपात में करने जा रही है। इसमें 80 प्रतिशत महिला व 20 प्रतिशत पुरुष स्टॉफ को नियुक्ति दी जा रही है। इस नियम के खिलाफ नर्सिंग विद्यार्थी राष्ट्रीय स्तर पर अभियान चला रहे हैं। नर्सिंग स्टूटेंड की ज्वाइंट वर्किंग कमेटी के तत्वावधान में आंदोलन की शुरुआत की गई है। इस आंदोलन के तहत दस जून को ट्वीटर पर सेव मेल नर्स के नाम पर मुहिम चलाई गई। इसके बाद सोलह जून को हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। आगे 22 जून को जंतर-मंतर पर धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया है। नर्सिंग विद्यार्थियों ने बताया कि सरकार को चेताने के लिए गांधीवादी तरीके से मुहिम चला रहे हैं। उम्मीद है, सरकार हमारी मांगों पर जरूर पुनर्विचार करेगी। हस्ताक्षर अभियान के तहत जंक्शन के राजकीय नर्सिंग कॉलेज में विद्यार्थियों ने हस्ताक्षर करके आंदोलन को समर्थन दिया। इस मौके पर नर्सिंग स्टूडेंट शिव यादव, अमित पूनियां, बालकिशन, अमन, जितेंद्र आदि ने हस्ताक्षर करके आंदोलन को समर्थन दिया। नर्सिंग विद्यार्थियोंं ने बताया कि जेंडर रेसो का नियम लागू करना उचित नहीं है। इस पर सरकार को पुनर्विचार करने की जरूरत है। ताकि नर्सिंग क्षेत्र में सभी को समान रूप से अवसर मिल सके।