
इस वर्ष सितंबर माह में होगा दशहरा पर्व
संगरिया.
बुराई पर अच्छाई की विजय के प्रतीक व भगवान राम द्वारा रावण के अंत के अवसर पर मनाए जाने वाले विजयदशमी पर्व का आयोजन इस वर्ष 30 सितंबर को किया जाएगा। अश्विन शुक्ल पक्ष दशमीं के दिन आयोजित होने वाले दशहरा पर्व का सितंबर माह में आयोजन होने का पिछले 46 वर्षो में यह मात्र तीसरा अवसर है। शेष ४३ वर्षो में यह आयोजन अक्टूबर माह में ही रहा है। पंचांग के अनुरुप होती है गणना: सनातन धर्म के पर्व व त्यौहार विक्रमी सवंत्सर के हिंदी माह के अनुसार मनाए जाते है। इस व्यवस्था में तिथि की गणना चंद्र व सूर्य गणना पर आधारित मानी जाती है। इनका विवरण धार्मिक हिंदू पंचाग में बताया जाता है।
1972 के बाद होगा मात्र तीसरा अवसर:
पिछले 46 वर्ष के रिकॉर्ड के अनुसार मात्र दो अवसर ऐसे आए है जब दशहरा सितंबर माह में रहा था। इससे पूर्व 1990 में 29 सितंबर व 2009 में 28 सितंबर को दशहरा आयोजन हो चुका है।
अक्टूबर के प्रथम सप्ताह से अंतिम सप्ताह तक हुआ है आयोजन
धर्म पंचाग के अनुसार दशहरा आयोजन सन 2016 में 11 अक्टूबर, 2015 में 23 अक्टूबर, 2014 में 4 अक्टूबर, 2013 में 14 अक्टूबर, 2012 में 24 अक्टूबर, 2011 में 6 अक्टूबर, 2010 में 17 अक्टूबर, 2008 में 10 अक्टूबर, 2007 में 21 अक्टूबर, 2006 में 2 अक्टूबर, 2005 में 13 अक्टूबर, 2004 में 23 अक्टूबर, 2003 में 5 अक्टूबर, 2002 में 15 अक्टूबर, 2001 में 26 अक्टूबर, 2000 में 8 अक्टूबर, 1999 में 20 अक्टूबर, 1998 में 1 अक्टूबर, 1997 में 11 अक्टूबर, 1996 में 22 अक्टूबर, 1995 में 3 अक्टूबर, 1994 में 14 अक्टूबर, 1993 में 25 अक्टूबर, 1992 में 6 अक्टूबर, 1991 में 18 अक्टूबर, 1989 में 10 अक्टूबर, 1988 में 20 अक्टूबर, 1987 में 2 अक्टूबर, 1986 में 12 अक्टूबर, 1985 में 23 अक्टूबर, 1984 में 4 अक्टूबर, 1983 में 16 अक्टूबर, 1982 में 27 अक्टूबर, 1981 में 8 अक्टूबर, 1980 में 19 अक्टूबर, 1979 में 1 अक्टूबर, 1978 में 11 अक्टूबर, 1977 में 21 अक्टूबर, 1976 में 2 अक्टूबर, 1975 में 14 अक्टूबर, 1974 में 25 अक्टूबर, 1973 में 7 अक्टूबर व 1972 में 18 अक्टूबर में मनाया गया। अश्विन शुक्ल पक्ष दशमीं के दिन आयोजित होने वाले दशहरा पर्व का सितंबर माह में आयोजन होने का
पंचांग के अनुरुप होती है गणना: सनातन धर्म के पर्व व त्यौहार विक्रमी सवंत्सर के हिंदी माह के अनुसार मनाए जाते है। इस व्यवस्था में तिथि की गणना चंद्र व सूर्य गणना पर आधारित मानी जाती है। इनका विवरण धार्मिक हिंदू पंचाग में बताया जाता है।
Published on:
25 Sept 2017 08:28 am
बड़ी खबरें
View Allहनुमानगढ़
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
