किसान नेता भगवान सिंह खुड़ी ने शनिवार को मंडी समिति के सचिव से मिलकर उन्हें वादे के अनुसार जल्द मंडियों में धान की सरकारी खरीद शुरू करवाने की बात कही। वर्तमान में टाउन व जंक्शन में करीब दस हजार क्विंटल धान की आवक हो रही है। इनमें आधे धान में नियमानुसार १७ प्रतिशत के करीब नमी है। इतने प्रतिशत तक नमी वाले धान की सरकारी खरीद आसानी से हो सकती है।
करीब डेढ़ दशक बाद जिले में फिर से धान की सरकारी खरीद शुरू करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसमें इस बार क्षेत्र में ०.५० लाख एमटी धान की सरकारी खरीद की जाएगी। राजस्थान पत्रिका ने ‘धान का मिले उचित मोलÓ शीर्षक से अभियान चलाकर किसानों की पीड़ा को निरंतर समाचारों के माध्यम से उजागर किया। इसके बाद सरकार ने धान की सरकारी खरीद शुरू करने को लेकर खरीद केंद्र स्वीकृत किए हैं। अब किसानों को जल्द खरीद शुरू होने का इंतजार है।
हनुमानगढ़ एवं श्रीगंगानगर जिले में वर्ष 2021-22 के दौरान 2.62 लाख मीट्रिक टन धान का उत्पादन होने का अनुमान है। इसमें पहले बरस सरकार स्तर पर ०.५० लाख एमटी धान की सरकारी खरीद करने की तैयारी है। किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन को चाहिए कि वह जल्द धान की सरकारी खरीद शुरू करवाए। ज्यादा देरी करने पर व्यापारियों के हाथों फसल बेचने को मजबूर हो जाएंगे। वर्तमान में किसान पीआर धान व्यापारियों को १५०० से १६०० रुपए प्रति क्विंटल बेच रहे हैं।
-इस समय टाउन व जंक्शन मंडी में करीब १०००० क्विंटल पीआर धान की हो रही आवक।
-जिले में ३४००० हेक्टैयर में धान की हुई है पैदावार।
-जिले में गुणवत्ता के लिहाज से पीआर धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य १९४० रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित।
-समर्थन मूल्य पर धान खरीद होने पर किसानों को वर्तमान की तुलना में करीब तीन सौ रुपए प्रति क्विंटल होगा फायदा।