
हनुमानगढ़ कलक्ट्रेट परिसर में प्रदर्शन करते जल संसाधन विभाग के अभियंता।
हनुमानगढ़. सुशासन दिवस पर पर ‘सरकार के कामकाज’ को लेकर जिला मुख्यालय पर शुक्रवार को बवाल खड़ा गया हो। जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने निर्दलीय विधायक गणेशराज बंसल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। विधायक बंसल पर मुख्य अभियंता प्रदीप रुस्तगी के साथ असंसदीय भाषा का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए हनुमानगढ़ व श्रीगंगानगर जिले के अभियंता शुक्रवार को कलक्ट्रेट पहुंचे। प्रदर्शन के बाद सीएम के नाम का ज्ञापन जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव को सौंपा। आरोप लगाया गया कि विधायक ने मुख्य अभियंता पर नियम विरुद्ध अनैतिक कार्य के लिए दबाव बनाया और दुव्र्यवहार किया। सभी अभियंताओं ने एक स्वर में मांग की कि विधायक दुव्र्यवहार के लिए माफी मांगे।
भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृत्ति नहीं हो, इसके लिए विधायक को पाबंद करने की मांग की। मुख्य अभियंता को 24 घंटे की सुरक्षा के लिए पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाने की मांग की। अभियंताओं ने कहा कि मुख्य अभियंता के साथ सभी एक्सईएन स्तर के अभियंताओं को पुलिस सुरक्षा उपलब्ध करवाई जाए। तीन दिनों में उक्त मांगों पर अमल नहीं होने की स्थिति में अभियंताओं ने कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी।
कलक्टर से मिले अभियंताओं के प्रतिनिधि मंडल में शामिल अधीक्षण अभियंता धीरज चावला ने बताया कि जल संसाधन विभाग की लखूवाली के पास भूमि आरक्षित है। इसमें यहां कुछ लोगों ने दुकानें बनाकर अतिक्रमण कर रखा है। इनको खाली करने को लेकर विभाग स्तर पर अंतिम नोटिस जारी किया गया। 25 दिसम्बर 2025 को विधायक हनुमागनढ़ ने उक्त भूमि में से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई वापस लेने एवं अतिक्रमण नहीं हटाने बाबत मुख्य अभियंता को दोपहर में फोन पर बातचीत करके दबाव बनाया। मुख्य अभियंता की ओर से जब यह कहा गया कि ऐसा करना सरकार के आदेशों की अवहलेना होगी, जिसे मैं नहीं कर सकता हूं। लेकिन विधायक ने फोन पर ही कहा कि मैं तुझे ऑफिस आकर देखता हूं। मुख्य अभियंता ने विधायक को ऐसी भाषा का उपयोग नहीं करने को लेकर टोका तो विधायक दोबारा फोन करके मुख्य अभियंता को धमकाने लगे, मुख्य अभियंता से कहा कि मैं तुझे अभी ऑफिस में आकर जूते मारूंगा।
हनुमानगढ़ विधायक गणेशराज बंसल ने बताया कि पिछले दिनों जिले के दौरे पर आए जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत से मुख्य अभियंता की कार्यशैली को लेकर मैंने वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। तब भाजपा नेता अमित सहू उनका बचाव करने लगे थे। 25 दिसम्बर को लखूवाली के कुछ लोग मुझसे मिले थे। उनका कहना था कि कोर्ट स्टे के बावजूद विभागीय अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे। लखूवाली के लोगों की भावना से अवगत करवाने के लिए मैंने मुख्य अभियंता से फोन पर बात की। जिन लोगों के पास स्थगन आदेश हैं, उनकी सुनवाई करने का आग्रह मुख्य अभियंता से किया तो वे इधर-उधर की बातें करने लगे। इस वजह से मैंने उनको कहा कि तुम मेरी बात ठीक से नहीं सुन रहे तो किसानों की क्या सुनते होगे। विधायक बंसल का कहना है कि मैंने मुख्य अभियंता से केवल इतनी बातें की। बाकी बातें मेरी छवि को धूमिल करने के इरादे से फैलाई जा रही है। इसमें किसी तरह की सच्चाई नहीं है।
डरे हुए हैं अभियंता
जल संसाधन विभाग के अभियंताओं ने कलक्टर से कहा कि विधायक की ओर से ऐसी धमकी देने से अभियंता और कर्मचारी डरे हुए हैं। विधायक की ऐसी भाषाशैली से कर्मचारियों व अभियंताओं का मनोबल काफी गिर गया है। इससे सरकार के महत्वपूर्ण कार्य संपादित नहीं हो पा रहे हैं। मांगों पर गौर नहीं होने की स्थिति में आंदोलन तेज करने की चेतावनी दी। सेवानिवृत्त कुछ अभियंता भी प्रदर्शन में शामिल रहे।
सरकार की छवि खराब
25 दिसम्बर को पूरे राजस्थान में सुशासन दिवस मनाया गया। अभियंताओं ने कहा कि सुशासन दिवस पर विधायक की ओर से इस तरह के अशोभनीय एवं निंदनीय व्यवहार से राज्य सरकार की छवि पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। अभियंताओं ने कहा कि इस तरह के धमकी भरे माहौल में हमारे लिए काम करना आसान नहीं होगा। इसलिए एक्सईएन स्तर के अभियंताओं को सरकार स्तर पर पुलिस सुरक्षा मुहैया करवाई जाए।
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Published on:
26 Dec 2025 06:51 pm
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