हनुमानगढ़. अहमदाबाद प्लेन क्रेश हादसे ने हनुमानगढ़ के गांव बहलोलनगर के कई परिवारों के जख्म हरे कर दिए हैं। यहां मिग 21 क्रेश होकर गिरने से तीन जनों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे। यह अलग बात है कि इन जरूरतमंद परिवारों के घावों पर मरहम अभी तक नहीं लग सका है। हादसे के समय पीडि़त परिवारों को केन्द्र व राज्य सरकारों से पांच-पांच लाख रुपए की सहायता दिलाने की सहमति जिला प्रशासन ने दी थी।
राज्य सरकार से मृतक आश्रितों को पांच लाख रुपए तो मिल गए। मगर क्षतिग्रस्त मकानों का सर्वे करवा कर निर्माण वास्ते राशि नहीं मिल सकी है। वहीं केन्द्र सरकार की सहायता राशि की दिल्ली भी अभी दूर ही है। पीडि़त परिवार कई बार सहायता राशि दिलाने की गुहार जिला प्रशासन से लगा चुके हैं। अब तक उनके हाथ केवल आश्वासन ही आए हैं।
हादसे के बाद मृतकाओं के परिजनों व ग्रामीणों ने सहायता राशि की मांग को लेकर शव उठाने से इनकार कर दिया था। कई दौर की वार्ता के बाद तत्कालीन जिला कलक्टर रुकमणी रियार व एसपी सुधीर चौधरी ने मृतकाओं के परिजनों को राज्य एवं केन्द्र सरकार से अलग-अलग पांच-पांच लाख रुपए की सहायता राशि दिलाने, क्षतिग्रस्त घरों का सर्वे करवा कर मुआवजा दिलाने का प्रस्ताव सरकार को भिजवाने पर सहमति दी थी। राज्य सरकार से पांच-पांच लाख रुपए मिल गए। हादसे में एक मकान पूर्णत: ध्वस्त हो गया तथा आसपास के कई मकानों को भी नुकसान हुआ था। अब तक राज्य सरकार से सर्वे करवा कर मुआवजा राशि नहीं दी गई है। जबकि केन्द्र सरकार ने मृतक सदस्य के परिवारों को एक-एक लाख व घायलों को 20 हजार रुपए अंतरित सहायता राशि दी थी और शेष राशि जो अधिकतम हो जांच के बाद उपलब्ध करवाने की बात कही गई थी जो अब तक नहीं मिली है। हालांकि वायुसेना सूरतगढ़ स्टेशन की टीम ने जरूर पीडि़त परिवारों को कई बार खाद्य सामग्री दी तथा घायलों के इलाज में मदद की। पूर्णत: मकान विहीन हुए रतिराम के दो कमरे व रसोई बनाए थे।
तीनों मृतक महिलाओं के परिवार बीपीएल चयनित हैं तथा उनके पास कृषि भूमि नहीं है। दो परिवारों के तो मकान भी जोहड़ क्षेत्र में हैं। खेतों में दिहाड़ी मजदूरी कर गुजर-बसर करने वाले परिवार हैं।
सूरतगढ़ वायुसेना स्टेशन से उड़ा फाइटर जेट मिग 21 8 मई 2023 की सुबह क्रेश होकर गांव बहलोलनगर के बाहरी इलाके स्थित रतिराम उर्फ रतन सिंह के घर पर गिर गया था। हादसे में बंशो कौर, बंतो कौर व लीला देवी की मौत हो गई थी तथा तीन महिलाएं घायल हुई थी। पायलट सकुशल पैराशूट से उतर गए थे। आसपास के कई मकानों को नुकसान पहुंचा था।
मृतक महिलाओं के परिजन एक-दो बार मिले थे। उस संबंध में राज्य सरकार को लिखा भी था। वहां से इनकार हो गया था। यह बात परिजनों को बता दी थी। - उम्मेदीलाल मीणा, एडीएम हनुमानगढ़।
Published on:
18 Jun 2025 11:15 am