
Benefits of milk and figs
Benefits of milk and figs: कमजोर शरीर वाले या कमजोर ताकत वाले सर्दियों में अंजीर का सेवन करना पसंद करते हैं। ये कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है। लेकिन क्या आपको पता है इसका सेवन किस तरीके से करना फायदेमंद हो सकता है। यदि आप अंजीर को दूध (Benefits of milk and figs) के साथ सेवन करते हैं तो इसके फायदे दोगूने हो जाते हैं। ऐसे में यदि आप इन दोनों को साथ में खाते हैं आपकी कई समस्याएं ठीक होने लगती है। ऐसे में आज जानते हैं इसके फायदे क्या है।
हड्डियों को मजबूत करें: दूध कैल्शियम का एक उत्कृष्ट स्रोत है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक है। अंजीर में कैल्शियम के अलावा अन्य खनिज जैसे मैग्नीशियम और पोटेशियम भी होते हैं, जो हड्डियों को स्वस्थ बनाए रखने में सहायक होते हैं।
पाचन तंत्र ठीक करें: दूध और अंजीर दोनों में उच्च मात्रा में फाइबर पाया जाता है। यह फाइबर पाचन प्रक्रिया को सुचारू रखने में सहायक होता है। यह कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत प्रदान करता है। अंजीर में उपस्थित एंजाइम पाचन को सुधारने में मदद करते हैं।
नींद बेहतर करें: दूध में पाया जाने वाला ट्रिप्टोफैन एक प्रकार का एमिनो एसिड है, जो नींद को प्रोत्साहित करता है। वहीं, अंजीर में उपस्थित मैग्नीशियम नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने में सहायक होता है।
वेट लॉस में फायदेमंद: दूध और अंजीर (Benefits of milk and figs) दोनों ही कम कैलोरी वाले होते हैं और ये लंबे समय तक भूख को नियंत्रित रखते हैं। इससे बार-बार खाने की चाह कम होती है और वजन कम करने में सहायता मिलती है।
त्वचा के लिए फायदेमंद: अंजीर में विटामिन ए और सी की प्रचुरता होती है, जो त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में सहायक होते हैं। दूध (Benefits of milk and figs) में उपस्थित लैक्टिक एसिड त्वचा को नर्म और निर्दोष बनाता है।
हार्ट हेल्थ में फायदेमंद: दूध में पाए जाने वाला पोटेशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक होता है। दूसरी ओर, अंजीर में उपस्थित एंटीऑक्सीडेंट्स हृदय रोगों के जोखिम को घटाते हैं।
शाम के समय 2-3 अंजीर को दूध में भिगोकर रख दें और रात के खाने के बाद इन्हें दूध के साथ सेवन करें। आप चाहें तो अंजीरों को दूध (Benefits of milk and figs) में उबालकर भी पी सकते हैं।
दूध से एलर्जी वाले व्यक्तियों को दूध और अंजीर का सेवन नहीं करना चाहिए। डायबिटीज के रोगियों को अंजीर का सेवन केवल सीमित मात्रा में करना चाहिए।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
20 Jan 2025 08:34 am
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