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बॉडी में असामान्य रूप से सेल्स के जमा होने से होता है कैंसर, जानिए इस रोग से जुड़ी हर जानकारी

पूरी दुनिया में कैंसर एक तेजी से बढ़त हुआ रोग बनता जा रहा है। कैंसर रोग के दौरान शरीर के भीतर बड़ी संख्या में असामान्य कोशिकाएं बनने लगती हैं जिनकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं। इसके बाद ये बढ़ती हुई सेल्स अनियंत्रित तरीके से विभाजित भी होती रहती हैं। ये अनियंत्रित...

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बॉडी में असामान्य रूप से सेल्स के जमा होने से होता है कैंसर, जानिए इस रोग से जुड़ी हर जानकारी

कैंसर एक बहुत ही घातक और जानलेवा बीमारी है। पूरी दुनिया में कैंसर एक तेजी से बढ़त हुआ रोग बनता जा रहा है। कैंसर रोग के दौरान शरीर के भीतर बड़ी संख्या में असामान्य कोशिकाएं बनने लगती हैं जिनकी संख्या धीरे-धीरे बढ़ने लगती हैं। इसके बाद ये बढ़ती हुई सेल्स अनियंत्रित तरीके से विभाजित भी होती रहती हैं। ये अनियंत्रित तरीके से बढ़ती हुई सेल्स शरीर के टिश्यूज यानि ऊतकों को नष्ट कर देती हैं। इसका पता शुरुवाती स्टेज पर चल जाए तो मरीज की जान बचाई जा सकती है, लेकिन कैंसर की अंतिम स्टेज पर इस बीमारी के पता पड़ने पर यह लोगों की जान जाने का कारण बनता है। कैंसर रोग से लड़ने के लिए आज भी चिकित्सा क्षेत्र में स्थाई इलाज के लिए प्रयास जारी हैं।

कैंसर के प्रकार: आपको बता दें कि कैंसर के भी कई प्रकार होते हैं।

लंग्स कैंसर: अगर कैंसर लंग्स यानि फेफड़ों से ही प्रारंभ होता है तो इसे प्राइमरी लंग्स कैंसर और यदि यह शरीर के अन्य हिस्से से बढ़कर फेफड़ों को प्रभावित करता है तो इसे सेकंडरी लंग्स कैंसर कहते हैं। यह कैंसर का एक प्रचलित प्रकार भी है। हालांकि धूम्रपान इसका एक मुख्य कारण है परंतु धूम्रपान न करने वाले लोगों को भी फेफड़ों का कैंसर हो सकता हैं।

स्तन कैंसर: स्तन कैंसर के दौरान ब्रेस्ट सेल्स में अनियंत्रित वृद्ध‍ि होने लगती है। सेल्स में होने वाली यही अनियंत्रित वृद्धि धीरे-धीरे बनाद में स्तन में एक गांठ का रूप ले लेती है। छाती के पूरे हिस्से या ब्रेस्ट पर सूजन आना, निपपल्स का संकुचन, स्तन की त्वचा के रंग में परिवर्तन आदि इसके लक्षणों में शामिल हैं।

मुंह का कैंसर: मुंह का कैंसर होने पर व्यक्ति को मुंह के अंदर सफेद छाले या घाव, मुंह से दुर्गंध आना, आवाज में परिवर्तन, खाने-पीने में परेशानी होना और लार के साथ खून आना आदि दिखाई दे सकते हैं।

कोलोरेक्टल कैंसर: कोलन या मलाशय में होने वाले कैंसर को कोलोरेक्टल कैंसर कहते हैं। आपको बता दें कि कोलोरेक्टल कैंसर की शुरुआत बड़ी आंत की दीवार में मौजूद सबसे आंतरिक परत से होती है।

पेट का कैंसर: पेट का कैंसर यानि गैस्ट्रिक कैंसर भी आपके पेट की सबसे आंतरिक परत में म्यूकस-उत्पादक कोशिकाओं से प्रारंभ होता है। यह कैंसर शुरुआत में पेट की दीवार में फैलता है और फिर बढ़ने पर आस-पास के उत्तकों में फैल जाता है।

प्रोस्टेट कैंसर: प्रोस्टेट कैंसर पुरूषों में होने वाली एक जानलेवा बीमारी है। प्रोस्टेट ग्रन्थि का आकार एक अखरोट के जैसा होता है।

स्किन कैंसर: स्किन कैंसर के लक्षणों में स्किन पर ज्यादा मात्रा में तिल जैसे काले धब्बे बनना, साथ ही उनके आकार और संख्या में वृद्धि होना। त्वचा पर घाव होना, त्वचा के रंग में परिवर्तन, घाव का लंबे समय तक ठीक न होना आदि।

पुरुषों में लंग्स कैंसर और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने वाले सबसे आम कैंसर में से एक है। इसके अलावा सर्वाइकल कैंसर भी महिलाओं में होने वाला चौथा सबसे आम कैंसर माना गया है।

कैंसर के लक्षण: कैंसर के आम लक्षणों में निम्नलिखित शामिल हैं...

कैंसर के कारण:

जिस तरह कैंसर के प्रकार अलग-अलग होते हैं, उसी तरह इसके विभिन्न कारण भी मौजूद हैं। जिनमें धूम्रपान जैसे बीड़ी और सिगरेट का सेवन, तंबाकू, पान मसाला, सुपारी आदि खाना, मदिरापान करना, अत्यधिक तनाव, असंतुलित भोजन, रासायनिक रिएक्शन के संपर्क में आना आदि शामिल हैं।

कैंसर का इलाज:

कैंसर के इलाज के लिए कीमोथेरपी, सर्जरी, विकिरण थेरेपी, स्टेम सेल ट्रांसप्लांट, हार्मोन थेरेपी, इम्‍यूनोथेरेपी और साथ ही दवाइयों का इस्तेमाल जैसी विधियों का सहारा लिया जाता है। इसके अलावा, वैकल्पिक उपचार के तौर पर योगग, ध्यान, एक्यूपंक्चर, यूनानी पद्धति आदि भी अपनाई जाती हैं।

(डिस्क्लेमर: आर्टिकल में सुझाए गए टिप्स और सलाह केवल आम जानकारी के लिए दिए गए हैं और इसे आजमाने से पहले किसी पेशेवर चिकित्सा सलाह जरूर लें। किसी भी तरह का फिटनेस प्रोग्राम शुरू करने, एक्सरसाइज करने या डाइट में बदलाव करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।)

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