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जिंदा वायरस और बैक्टीरिया का प्रयोग कर बनाई जाती है वैक्सीन, इस तरह करती है काम

आपको यह जानकर ताज्जुब होगा परन्तु वैक्सीन बनाने के लिए वायरस मोलिक्यूल का ही प्रयोग किया जाता है।

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Sunil Sharma

Jun 06, 2021

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States have been given 23 crore vaccine doses so far: Health Ministry

आज से लगभग डेढ़ वर्ष कोरोना (Covid 19) वायरस संक्रमण का फैलना शुरू हुआ था। चीन के वुहान शहर में इसका सबसे पहला संदिग्ध मरीज पाया गया और देखते ही देखते बहुत कम समय में इस वायरस ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। कोरोना की प्रथम लहर ने चीन, अमरीका और यूरोप के कई देशों में भारी तबाही मचाई थी। भारत, न्यूजीलैंड सहित कुछ देश जिन्होंने समय रहते कम्पलीट लॉक डाउन लगा दिया था, वहां इसका असर न्यूनतम रहा हालांकि कोरोना की दूसरी लहर ने सभी सुरक्षा इंतजामों को धता बताते हुए अनगिनत लोगों से उनका जीवन छीन लिया।

वर्ष 2020 में कोरोना के बढ़ते प्रकोप की संभावनाओं के चलते उसी वक्त पूरी दुनिया के कई देशों में शोधकर्ताओं ने वैक्सीन बनाने की शुरूआत कर दी थी और आज लगभग दस से अधिक वैक्सीन दुनिया में मौजूद हैं, जिन्हें अलग-अलग देशों में वायरस की रोकथाम करने के लिए प्रयोग किया जा रहा है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि वैक्सीन किस तरह तैयार होती है?

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आपको यह जानकर ताज्जुब होगा परन्तु वैक्सीन बनाने के लिए वायरस मोलिक्यूल का ही प्रयोग किया जाता है। इस वक्त वैक्सीन बनाने के लिए कई टेक्नीक्स मौजूद हैं परन्तु उनमें सबसे अधिक कॉमन टेक्नीक यही है कि वैक्सीन में वायरस के एक अंश को केमिकल्स के जरिए डिएक्टीवेट कर दिया जाता है। इसके बाद उन्हें संतुलित मात्रा में शरीर के अंदर प्रवेश करवाया जाता है और धीरे-धीरे शरीर में उन वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो जाती है। इस टेक्नीक को हम इन बिन्दुओं में समझ सकते हैं-