Heart Health Check at Home : क्या आप जानना चाहते हैं कि आपका दिल कितना मजबूत है? यह जानना बहुत ज़रूरी है क्योंकि दिल हमारे शरीर का सबसे महत्वपूर्ण अंग है. अगर आपका दिल स्वस्थ है, तो आप एक लंबा और खुशहाल जीवन जी सकते हैं. अच्छी बात यह है कि कुछ आसान तरीकों से आप खुद ही अपने दिल की सेहत का अंदाज़ा लगा सकते हैं.
सबसे पहला तरीका है अपनी नाड़ी की जांच करना, जिसे हम पल्स रेट कहते हैं. अपनी कलाई पर अंगूठे की तरफ हल्का दबाव डालकर आप अपनी नाड़ी महसूस कर सकते हैं. 15 सेकंड तक गिनें कि कितनी बार धड़कन महसूस होती है और फिर उसे 4 से गुणा कर दें. यह आपकी एक मिनट की पल्स रेट होगी.
अगर आपकी पल्स रेट 60 से 100 प्रति मिनट के बीच है, तो यह सामान्य मानी जाती है.
अगर आप एक एथलीट हैं या बहुत फिट रहते हैं, तो आपकी पल्स रेट 40 से 60 प्रति मिनट भी हो सकती है, जो कि बहुत अच्छी बात है.
आराम करते समय अगर आपकी पल्स रेट लगातार 100 से ऊपर रहती है, तो यह दिल की कमजोरी का संकेत हो सकता है.
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अपने ब्लड प्रेशर (रक्तचाप) की जांच करवाना भी बहुत ज़रूरी है. यह बताता है कि रक्त आपकी धमनियों पर कितना दबाव डाल रहा है.
सामान्य ब्लड प्रेशर 120/80 mmHg या उससे कम होता है.
अगर आपका ब्लड प्रेशर लगातार 140/90 mmHg या उससे ज़्यादा रहता है, तो यह हाई ब्लड प्रेशर की निशानी है. हाई ब्लड प्रेशर दिल पर बहुत दबाव डालता है और उसे कमज़ोर कर सकता है.
आप घर पर ब्लड प्रेशर मॉनिटर खरीद सकते हैं या नियमित रूप से डॉक्टर के पास जाकर इसे चेक करवा सकते हैं.
क्या आपको सीढ़ियां चढ़ते समय, थोड़ा चलने पर या हल्का काम करने पर सांस फूलने लगती है? या आप बिना किसी खास वजह के बहुत जल्दी थक जाते हैं? ये भी दिल के कमज़ोर होने के संकेत हो सकते हैं. स्वस्थ दिल वाला व्यक्ति आम गतिविधियों को बिना ज़्यादा थके या सांस फूले आसानी से कर सकता है.
अगर आपके पैरों, टखनों या पंजों में अक्सर सूजन रहती है, तो यह भी एक चेतावनी हो सकती है. दिल जब ठीक से खून पंप नहीं कर पाता, तो शरीर में तरल पदार्थ जमा हो सकता है, जिससे सूजन आती है.
छाती में दर्द, दबाव या भारीपन महसूस होना, खासकर व्यायाम करते समय या तनाव में होने पर, दिल की समस्या का एक गंभीर लक्षण हो सकता है. इसे कभी भी नज़रअंदाज़ न करें और तुरंत डॉक्टर से मिलें.
अपने कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर लेवल की नियमित जांच करवाएं. हाई कोलेस्ट्रॉल धमनियों को ब्लॉक कर सकता है, जिससे दिल पर दबाव बढ़ता है. अनियंत्रित शुगर भी दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाती है.
नियमित व्यायाम: हर दिन कम से कम 30 मिनट की मध्यम कसरत करें.
संतुलित आहार: ताज़े फल, सब्ज़ियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन खाएं. प्रोसेस्ड फूड, ज़्यादा नमक और चीनी से बचें.
वजन नियंत्रण: ज़्यादा वजन दिल पर अतिरिक्त भार डालता है.
तनाव प्रबंधन: योग, मेडिटेशन या अपने पसंद का कोई भी शौक अपनाकर तनाव कम करें.
धूम्रपान और शराब से बचें: ये दोनों दिल के लिए बहुत हानिकारक हैं.
अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस होता है या आप अपने दिल की सेहत को लेकर चिंतित हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें. सिर्फ डॉक्टर ही सही जांच और सलाह दे सकते हैं. याद रखें, अपने दिल का ध्यान रखना आपके हाथ में है!
Published on:
16 Jun 2025 02:22 pm