
Natural remedies for flatulence
Natural remedies for flatulence: आपका खराब लाइफस्टाइल आपको क्या क्या परेशानी दे सकता है आपको पता ही नहीं है। यदि आप अनहेल्दी खानपान रखते हैं तो इससे आपको पेट फूलना, गैस और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याएं हो सकती है। ऐसे में यदि बिना खाएं आपका पेट फूला हुआ महसूस होने लगता है। आज के दौर में लोगों की दिनचर्या इतनी खराब हो गई है कि उनको खाने पीने का ध्यान ही नहीं रहता है ओर वे बाजार से कुछ भी खा लेते हैं और वे एसिडिटी और बदहजमी जैसी परेशानी से जूझने लगते हैं। ऐसे में आज हमको ऐसे चार सीड्स बताएंगे जो आपकी रसाई में उपलब्ध है और आपके पेट की समस्या को दूर कर सकते हैं।
Natural remedies for flatulence: अलसी सीड्स
अलसी के बीज में फाइबर की प्रचुरता होती है, जो शरीर के डिटॉक्सिफिकेशन में सहायक है। यह पाचन प्रक्रिया को सुधारने और सूजन को कम करने में भी लाभकारी सिद्ध होता है।
अलसी के बीजों को भूनकर पीस लें और प्रतिदिन सुबह खाली पेट एक चम्मच (लगभग 5-7 ग्राम) पाउडर का सेवन करें। आप इन्हें भिगोकर अंकुरित करके भी खा सकते हैं, या सलाद और सब्जियों में मिलाकर इसका उपयोग कर सकते हैं।
Natural remedies for flatulence: सौंफ का सेवन
सौंफ में मौजूद पाचक एंजाइम न केवल पाचन को सुधारते हैं, बल्कि पेट की ऐंठन को भी कम करने में सहायक होते हैं। इसके नियमित उपयोग से पेट में जमा गैस आसानी से बाहर निकल जाती है, जिससे पेट फूलने की समस्या से राहत मिलती है।
रोज रात को सोने से पहले एक चम्मच सौंफ को एक गिलास पानी में भिगोकर रख दें और सुबह इसे खाली पेट पिएं। इसके अतिरिक्त, आप भोजन के बाद आधा चम्मच सौंफ के बीज चबाकर भी ले सकते हैं।
Natural remedies for flatulence: अजवाइन सीड्स
अजवाइन के बीज पाचन क्रिया को सुधारने और शरीर को हाइड्रेटेड रखने में सहायक होते हैं। इनमें पाए जाने वाले फ्लेवोनॉयड्स सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इसके अतिरिक्त, ये गैस, एसिडिटी और अन्य पाचन संबंधी समस्याओं को भी दूर करने में प्रभावी होते हैं।
एक कप पानी में एक चम्मच अजवाइन डालकर उबालें। जब पानी का स्तर आधा रह जाए, तो इसमें एक चुटकी काला नमक मिलाकर सेवन करें।
Natural remedies for flatulence: जीरा फायदेमंद
जीरा जी मिचलाने, गैस और पेट फूलने जैसी पाचन संबंधी समस्याओं से निजात पाने में सहायक है। यह सूजन को कम करने में भी प्रभावी होता है।
जीरे को अच्छे से भूनकर पीस लें और इसे दही, सलाद या छाछ में मिलाकर सेवन करें। इसके अतिरिक्त, एक गिलास पानी में एक चम्मच जीरा डालकर रातभर भिगोने के बाद सुबह उसे उबालकर पी सकते हैं।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।
Published on:
16 Dec 2024 08:23 am
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