30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

कमर में दर्द, पैरों में झनझनाहट रहे तो हो सकते ही ये समस्या, ऐसे करते हैं इसका इलाज

कमर में दर्द रहना, एक पैर में सुन्नपन रहना, पंजे में कमजोरी आना, एक पैर में पंजे तक दर्द जाना, पेशाब करने में तकलीफ।

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

Vikas Gupta

Aug 30, 2020

कमर में दर्द, पैरों में झनझनाहट रहे तो हो सकते ही ये समस्या, ऐसे करते हैं इसका इलाज

sciatica symptoms, tretment and cuses

सियाटिक नर्व रीढ़ (कमर) से निकलने वाली स्पाइनल नर्व से मिलकर बनती है। यह पैर की मांसपेशियों को कंट्रोल करती है और पैरों में दर्द/छूना/तापमान/कंपन संबंधी सूचना स्पाइनल कॉर्ड तक पहुंचाती है। इससे जुडऩे वाली स्पाइनल नर्व पर किसी प्रकार का दबाव आता है तो इससे कमर में दर्द होता है जो कि पैर में करंट की तरह महसूस होता है इसे सियाटिका(आम बोलचाल में साइटिका) कहते हैं।
लक्षण: कमर में दर्द रहना, एक पैर में सुन्नपन रहना, पंजे में कमजोरी आना, एक पैर में पंजे तक दर्द जाना, पेशाब करने में तकलीफ।
इलाज : अगर सियाटिका का कारण स्लिप ***** है तो इसका इलाज माइक्रोलम्बर डिसकेक्टमी से होता है। इस तकनीक में मात्र एक या डेढ़ इंच का चीरा कमर में लगाया जाता है और जो नस दबी होती है केवल उसी के आस-पास की मामूली हड्डी और ***** को माइक्रोस्कोप की मदद से हटाया जाता है। इससे रीढ़ की हड्डी की बनावट में कुछ बदलाव नहीं आता और मरीज को ऑपरेशन के बाद दर्द से छुटकारा मिल जाता है।
इससे पहले बड़े चीरे से ऑपरेशन किया जाता था और अधिक मात्रा में हड्डी वडिस्क निकाली जाती थी जिससे रीढ़ में विकार आने की आशंका रहती थी। ऐसे व्यक्ति जिन्हें कमर और पैर में दर्द रहते हुए छह सप्ताह से अधिक हो गए हों तथा जिन्हें आराम व दर्द निवारक दवाओं से विशेष आराम नहीं आया हो, माइक्रोलम्बर डिसकेक्टमी से इलाज करा सकते हैं। माइक्रोलम्बर डिसकेक्टमी के लिए उपयुक्त वहडिस्क होती है जो कि बीचों-बीच न होकर एक किनारे पर हो।
प्रमुख कारण-
स्लिपडिस्क के कारण दबाव।
स्पाइनल कैनाल का सिकुडऩा।
रीढ़ की हड्डी में वर्टिब्रा का एक दूसरे पर खिसकना।


बड़ी खबरें

View All

स्वास्थ्य

ट्रेंडिंग

लाइफस्टाइल