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Walking Fart : चलते-चलते गैस छोड़ना सही है या गलत, जानिए

Walking Fart : सोशल मीडिया पर 'फार्ट वॉक' नाम का एक नया ट्रेंड चल रहा है। नाम भले ही अटपटा लगे लेकिन इसके फायदे हैरान करने वाले हैं और डॉक्टर भी इसका समर्थन कर रहे हैं। आइए जानते हैं कि यह 'फार्ट वॉक' क्या है, इसकी शुरुआत किसने की और यह कैसे आपकी सेहत के लिए फायदेमंद हो सकती है।

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भारत

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Manoj Vashisth

Jul 09, 2025

Walking Fart

Walking Fart : चलते-चलते गैस छोड़ना सही है या गलत, जानिए

Walking Fart : आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी में खुद का ख्याल रखना किसी जंग से कम नहीं। ऑफिस का काम, घर की जिम्मेदारियां और ऊपर से उल्टा-सीधा खाना-पीना, ये सब मिलकर हमें मोटापे, गैस और एसिडिटी जैसी बीमारियों का घर बना रहे हैं। लोग फिट रहने के लिए जिम और डाइटिंग के पीछे भाग रहे हैं, पर सोचो अगर इन सबके लिए ज्यादा टाइम न निकालना पड़े और फिर भी आप चुस्त-दुरुस्त रहो तो कैसा रहेगा?

जी हां, आजकल सोशल मीडिया पर एक नया और जबरदस्त ट्रेंड छाया हुआ है जिसका नाम है 'फार्ट वॉक'। नाम थोड़ा अटपटा लग सकता है पर इसके फ़ायदे सुनकर आप हैरान रह जाओगे। डॉक्टर्स भी इसे पूरा सपोर्ट कर रहे हैं। तो आओ जानते हैं कि आखिर ये 'फार्ट वॉक' है क्या, इसकी शुरुआत किसने की और कैसे ये आपकी सेहत के लिए गेम चेंजर बन सकती है।

Walking Fart : क्या है ये 'फार्ट वॉक' और किसने सोचा इसके बारे में?

'फार्ट वॉक' कुछ और नहीं बल्कि खाना खाने के बाद की गई एक हल्की-फुल्की सैर है। सुनने में कितना आसान है ना? पर इसके पीछे की कहानी भी काफी दिलचस्प है।

इस 'फार्ट वॉक' शब्द को सबसे पहले मशहूर किया 70 साल की कैनेडियन लेखिका और गट हेल्थ (आंतों की सेहत) की पैरोकार मैरलिन स्मिथ ने। मैरलिन और उनके पति ने करीब दस साल पहले रात के खाने के बाद टहलना शुरू किया था। उनका मकसद था गैस और पाचन से जुड़ी दिक्कतों से छुटकारा पाना। मैरलिन बताती हैं कि फाइबर वाला खाना खाने के बाद अक्सर उन्हें पेट फूलने की शिकायत होती थी, और इसी परेशानी से आराम पाने के लिए उन्होंने रात में टहलना शुरू किया। बस यहीं से 'फार्ट वॉक' का जन्म हुआ। मतलब ये कोई नई खोज नहीं बल्कि एक पुराना आजमाया हुआ तरीका है जिसे अब नया नाम मिल गया है।

'Walking Fart' के जबरदस्त फायदे, जो आपकी लाइफ बदल देंगे

ये छोटी सी सैर सिर्फ पाचन ही नहीं सुधारती, बल्कि और भी कई कमाल के फायदे देती है

पाचन में फायदेमंद : खाना खाने के बाद बस 10-15 मिनट की चहलकदमी आपके पाचन तंत्र को जगा देती है। इससे खाना आसानी से आंतों में आगे बढ़ता है और आपको गैस और ब्लोटिंग से तुरंत राहत मिलती है। सोचो एक छोटी सी वॉक और इतनी बड़ी समस्या से छुटकारा।

शुगर कंट्रोल में जादू : डायबिटीज़ के मरीजों के लिए तो ये किसी वरदान से कम नहीं। खाने के बाद 10-15 मिनट टहलने से ब्लड शुगर के उतार-चढ़ाव को काफी हद तक कम किया जा सकता है। यह आपकी मांसपेशियों को ग्लूकोज का बेहतर तरीके से इस्तेमाल करने में मदद करता है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के हिसाब से सिर्फ़ 30 मिनट की सैर भी टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को काफी कम कर सकती है। तो देर किस बात की?

गैस और ब्लोटिंग का दुश्मन : रात के खाने के बाद टहलने से आंतों में फंसी हुई हवा आसानी से बाहर निकल जाती है जिससे पेट फूलने की बेचैनी दूर होती है। खासकर अगर आपने फाइबर वाला खाना खाया है तो ये वॉक आपके लिए अमृत जैसी है।

वजन कम करने में मददगार : क्या आप जानते हैं कि खाने के बाद की गई सैर कैलोरी बर्न करने में भी मदद करती है? जी हां, ये वजन कंट्रोल करने में अहम रोल निभाती है। एक जापानी रिसर्च में भी पता चला है कि खाने के तुरंत बाद सैर करने से वजन घटाने में मदद मिलती है। तो अपनी डाइट में 'फार्ट वॉक' को शामिल करके आप अपने वजन घटाने के सफ़र को और आसान बना सकते हैं।

दिल को रखे दुरुस्त : सैर करने से आपकी हार्ट बीट बढ़ती है और शरीर में खून का दौरा बेहतर होता है। ये आपके दिल की सेहत को बढ़ावा देता है और उसे मजबूत बनाता है। एक हेल्दी दिल के लिए हर रोज थोड़ी सी सैर बेहद जरूरी है।

आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जहां टाइम की कमी एक बड़ी चुनौती है, वहीं 'Walking Fart' एक ऐसा आसान और असरदार तरीका है जिससे आप बिना ज्यादा मेहनत के अपनी सेहत का ख्याल रख सकते हैं। तो अब से खाने के बाद बस 10-15 मिनट की हल्की सैर को अपनी रोज की आदत बनाओ और देखो कैसे आपकी सेहत में कमाल का सुधार आता है।