
Walking Reduce Cancer Risk : तेज चलना घटा सकता है कैंसर का खतरा, जान लीजिए रोजाना कितने कदम चलना है जरुरी (फोटो सोर्स : Freepik)
Walking Reduce Cancer Risk : क्या आप जानते हैं आपकी एक छोटी सी आदत आपको कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से बचा सकती है? हम बात कर रहे हैं पैदल चलने की। यह सिर्फ एक शारीरिक गतिविधि नहीं, बल्कि एक तरह की संजीवनी है जिसे हम अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं। हाल ही में ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के एक रिसर्च ने इस बात पर मुहर लगाई है कि रोजाना पैदल चलना, और वो भी अपनी सामान्य स्पीड से, कैंसर के खतरे (Walking Reduce Cancer Risk) को काफी हद तक कम कर सकता है। यह खबर उन सभी के लिए किसी खुशखबरी से कम नहीं जो अपनी सेहत को लेकर फिक्रमंद रहते हैं।
ब्रिटिश जर्नल ऑफ स्पोर्ट्स मेडिसिन में छपे इस अनोखे रिसर्च में 85,000 से ज्यादा लोगों को शामिल किया गया। इन लोगों ने अपनी कलाई पर एक डिवाइस पहनी थी, जिसने एक हफ्ते तक उनकी दैनिक एक्टिविटी और कदमों की संख्या को ट्रैक किया। बाद में शोधकर्ताओं ने देखा कि इन लोगों में 13 तरह के कैंसर (जैसे ब्रेस्ट और कोलोरेक्टल कैंसर) का जोखिम कितना कम हुआ।
नतीजे सचमुच चौंकाने वाले थे जिन लोगों ने सबसे ज्यादा पैदल चला, उनमें कैंसर होने का खतरा उन लोगों के मुकाबले 26% कम था जो कम एक्टिव थे। सबसे खास बात ये कि कदमों की संख्या तो मायने रखती है, पर चलने की स्पीड उतनी नहीं। यानी चाहे आप धीरे चलें या तेज, चलना जरूरी है! रिसर्च में ये भी सामने आया कि रोज 9,000 कदम चलने वालों में कैंसर का खतरा 16% तक कम हो गया।
क्या पैदल चलना है कैंसर का इलाज? जानिए सच्चाई
| कदमों की संख्या प्रति दिन | कैंसर जोखिम में कमी (5,000 कदमों की तुलना में) | मुख्य निष्कर्ष |
| 5,000 कदम | -- | यह आधारभूत संख्या है जिससे तुलना की गई है। |
| 7,000 कदम | 11% कम | 5,000 कदमों से 7,000 कदम तक बढ़ने पर कैंसर का जोखिम काफी कम होता है। |
| 9,000 कदम | 16% कम | 9,000 कदम चलने पर कैंसर का जोखिम और भी कम हो जाता है। |
| 9,000 से अधिक कदम | जोखिम में कमी स्थिर | 9,000 कदमों के बाद, कैंसर जोखिम में कमी में कोई और खास बढ़ोतरी नहीं देखी गई। इसका मतलब है कि एक निश्चित सीमा के बाद ज्यादा चलने से अतिरिक्त लाभ नहीं मिलता। |
| कुल दैनिक शारीरिक गतिविधि | 26% कम | जिन व्यक्तियों ने सबसे अधिक कुल दैनिक शारीरिक गतिविधि की (कदमों की संख्या और अन्य हल्की गतिविधियाँ मिलाकर), उनमें कैंसर विकसित होने का जोखिम उन लोगों की तुलना में 26% कम था जो सबसे कम सक्रिय थे। कदमों की गति (तेज चलना) से कोई खास फर्क नहीं पड़ता, मुख्य बात है चलना। |
पैदल चलना सबसे आसान और असरदार तरीका है फिट रहने का। इसे अपनी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बनाने के लिए ये टिप्स अपनाएं:
लिफ्ट छोड़ें, सीढ़ियां चुनें: जब भी मौका मिले, सीढ़ियां चढ़ें।
फोन पर टहलें: बात करते हुए या कुछ सोचते हुए कुर्सी पर बैठे रहने के बजाय टहलना शुरू कर दें।
कार दूर पार्क करें: अपनी मंजिल से थोड़ी दूर गाड़ी पार्क करें, ताकि आपको कुछ कदम चलना पड़े।
एक स्टॉप पहले उतरें: बस या ट्रेन से एक स्टॉप पहले उतरकर पैदल चलें।
छोटे ब्रेक में चलें: अगर आपकी डेस्क जॉब है, तो हर घंटे एक छोटा वॉक जरूर करें।
दोस्तों संग घूमें: दोस्तों से मिलने पर बैठने के बजाय साथ में टहलें।
खाने के बाद 10 मिनट की सैर: यह पाचन और ब्लड शुगर के लिए बढ़िया है।
चलते समय कुछ बातों का ध्यान रखें ताकि चोट न लगे और फायदा पूरा मिले:
बॉडी सीधी रखें: झुककर न चलें, इससे गर्दन और पीठ में दर्द हो सकता है।
सही जूते पहनें: हमेशा आरामदायक और सही फिटिंग वाले जूते पहनें।
ज्यादा लंबे कदम न लें: इससे घुटनों और कूल्हों पर जोर पड़ता है।
बिना वार्म-अप के तेज न चलें: अचानक तेज चलने से मांसपेशियों में खिंचाव आ सकता है।
यह रिसर्च बताती है कि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचने के लिए हमें महंगे जिम या खास उपकरणों की जरूरत नहीं। सबसे सरल तरीका ही सबसे असरदार है। अमेरिकन कैंसर सोसाइटी भी हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की हल्की या 75 मिनट की तेज फिजिकल एक्टिविटी की सलाह देती है। पैदल चलना इस लक्ष्य को पूरा करने का बेहतरीन तरीका है।
याद रखें, पैदल चलना सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि दिल की बीमारी, डायबिटीज, मोटापा और डिप्रेशन जैसी कई और बीमारियों से भी बचाता है। यह आपका मूड अच्छा करता है नींद सुधारता है और हड्डियों को मजबूत बनाता है।
Updated on:
15 Jul 2025 02:12 pm
Published on:
15 Jul 2025 02:08 pm
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