अध्ययन में पाया गया है कि जिन लोगों को मोटापे की समस्या है और उन्हें अपने शरीर को लेकर गलत लगता है, वे अक्सर अपनी व्हाट्सएप प्रोफाइल पिक्चर में अपना पूरा शरीर नहीं दिखाते.
शरीर के आकार को लेकर गलत धारणा को बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर (Body Dysmorphic Disorder) कहते हैं. इस स्थिति में व्यक्ति खुद को वास्तविकता से कहीं ज्यादा मोटा समझता है और अपनी शक्ल-सूरत से बहुत असंतुष्ट रहता है.
शोधकर्ताओं का कहना है कि किसी व्यक्ति की व्हाट्सएप प्रोफाइल पिक्चर (Profile Picture) डॉक्टर को यह पता लगाने में मदद कर सकती है कि क्या उसे बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर है या नहीं.
अध्ययन में 59 मोटे लोगों को शामिल किया गया. इनमें से 90% पुरुषों और 86% महिलाओं की प्रोफाइल पिक्चर में उनका पूरा शरीर नहीं दिखाया गया था. उनकी प्रोफाइल पिक्चर (Profile Picture) में सिर्फ चेहरा था या फिर पालतू जानवर, परिवार के लोग, फूल या कार्टून कैरेक्टर जैसी तस्वीरें थीं.
शोधकर्ताओं का कहना है कि सोशल मीडिया पर दिखाई जाने वाली खूबसूरती की झूठी तस्वीरें इस स्थिति को और भी खराब कर देती हैं. बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर (Body Dysmorphic Disorder) से ग्रस्त लोग लगातार इन तस्वीरों से अपनी तुलना करते रहते हैं और खुद को कमतर समझने लगते हैं.
अध्ययन में पाया गया कि जितना ज्यादा मोटापा, उतना ही ज्यादा यह संभावना है कि व्यक्ति अपनी प्रोफाइल पिक्चर में पूरा शरीर नहीं दिखाएगा. शोधकर्ताओं का कहना है कि मोटापे के इलाज के साथ ही बॉडी डिस्मॉर्फिक डिसऑर्डर (Body Dysmorphic Disorder) की जांच भी कराई जानी चाहिए.
Published on:
14 May 2024 03:39 pm