अंक 02: अधिनस्थों के असहयोग से स्वयं को अपमानित होना पड़ सकता है। काम न मिल पाने की वजह से मजदूर वर्ग अनमना रहेगा। दैनिक पूजन कर्म में मन अस्थिर रहेगा। अनुकूलता के लिए हनुमान मंदिर में चने चिरोंजी का भोग लगाएं।
अंक 03: व्यवसाय में धन की व्यवस्था करने में अंततः सफल होंगे। कार्य करने की क्षमता में कमी का अहसास होता रहेगा। स्वास्थ्य परेशानी को देखते हुए स्वास्थ्य लाभ लेना जरूरी होगा। अनुकूलता के लिए किसी भी धार्मिक गतिविधि में भाग लें।
अंक 04: प्रबंधन में हुनर के बखुबी इस्तेमाल से सहयोगी भी अपनी काबिलियत पर भरोसा करने लगेंगे। मेहनत से कमाए धन की वास्तविक कीमत को समझने की जरूरत रहेगी। अनुकूलता के लिए अभिमान के बजाए स्वाभिमान को प्राथमिकता दें।
अंक 05: सांस्कृतिक गतिविधियों में रूचि व विलासिताभरा जीवन जीने की चाह भरपूर धन खर्च करवाएगी। संस्थान में कर्ज को न चुका पाने के कारण मानसिक चिंताओं में बढ़ोतरी होगी। अनुकूलता के लिए श्रीकृष्ण मंदिर में माखन मिश्री का भोग लगाएं।
अंक 06: समाज में अपने को श्रेष्ठ साबित करने के चक्कर में सुकर्मों से समझौता करना पड़ सकता है। भूमि-भवन के कामकाज में त्वरित निर्णय लेने की क्षमता को बढ़ाना होगा। अनुकूलता के लिए अपमानजनक भाषा के उपयोग से बचें।
अंक 07: नौकरी में उच्चाधिकारियों से संबंधों के बावजूद मान-सम्मान को बरकरार नहीं रख पाएंगे। मंदी के असर को देखते हुए जोखिमों को उठाते हुए कामकाज करना होगा। अनुकूलता के लिए चिंटियों को पंजीरी बनाकर खिलाएं।
अंक 08: आकस्मिक धन लाभ के चक्कर में पड़ने की बजाए स्थाई आर्थिक श्रोतों की ओर ध्यान देना होगा। तन व मन, दोनों के स्वस्थ रहने से दैनिक दिनचर्या सुचारू रूप से चलेगी। अनुकूलता के लिए निंबुओं की माला देवी मंदिर में चढ़ाएं।
अंक 09: अपने प्रति अधिनस्थों के व्यवहार में आश्चर्यजनक रूप से बदलाव देखने को मिलेगा। आकस्मिक लाभार्जन की स्थिति में मिले मौके अपनी गलतियों से छूट सकते हैं। अनुकूलता के लिए घर में अनावश्यक सलाह देने से बचें।