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ऑटो चालकों की मनमानी से रोज बाजार में लग रहा जाम

शहर में नहीं सवारी-लोडिंग ऑटो स्टैंड, जहां चाहा, वहां कर देते खड़े, सड़कों पर जाम लगने से नागरिक हो रहे परेशान।पत्रिका पंच की लोगो लगा दें।

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ऑटो चालकों की मनमानी से रोज बाजार में लग रहा जाम

ऑटो चालकों की मनमानी से रोज बाजार में लग रहा जाम

इटारसी. शहर का ट्रैफिक मैनेजमेंट भगवान भरोसे है। यहां ना ही आजतक कैमरे लगे हैं, ना ही ट्रैफिक पुलिस दिखती है। ऐसे में इनको खड़े करने निर्धारित स्टैंड नहीं होने का फायदा उठाते हुए सवारी और लोडिंग ऑटो चालक सड़कों पर अपने वाहन खड़े कर देते हैं। इससे बार- बार जाम लग रहा है।
इटारसी की आबादी इस समय करीबन 1.5 लाख है। वही नगर पालिका सीमा 03- 04 किमी होगी। आबादी के साथ वाहनों की संख्या पिछले पांच सालों में दोगुनी रफ्तार से बढ़ गई। खासकर सवारी और लोडिंग ऑटो की, 10 साल पहले शहर में ये वाहन करीबने 300 से 400 थे, वह अब बढ़कर 1000 से उपर पहुंच गए हैं। लोगों के साथ उपरोक्त वाहनों की संख्या बढऩे से शहर का प्रशासन वाकिफ है, पर जिम्मेदारों ने इन वाहनों को खड़ी करने कोई निर्धारित स्थल तय नहीं कर पाई है। ऐसे में ऑटो चालकों की मनमानी जारी है। ये ऑटो चालक जहां चाहा, वही अपने वाहन खड़ी कर रहे हैं।

वर्तमान में हैं ये स्थिति
रेलवे स्टेशन क्षेत्र
रेलवे स्टेशन क्षेत्र में एक तो स्टेशन परिसर में जीआरपी के सामने दीवार से लगकर स्टैंड बनाया गया। वही स्टेशन के बाहर यानि यूनियन ऑफिस के सामने इन्हें खड़ी करने की जगह दी, लेकिन इन दोनों जगह ऑटो खड़ी ना कर रोड पर वाहन खड़े कर रहे हैं। इससे स्टेशन रोड पर गोठी धर्मशाला से लेकर जीआरपी गेट तक दिन में कई बार जाम लगता है।

जयस्तंभ चौक क्षेत्र
शहर के बीच स्थित जयस्तंभ चौराहा समेत आसपास के क्षेत्र में भी ऑटो वालों की घुसपैठ जारी है। ये सवारी लेकर बाजार के भीतर छोडऩे आते हैं, लेकिन उसके बाद सवारी के इंतजार में खड़े रहते हैं। ऐसे में यहां बाजार में आने वाले ग्राहकों को अपने वाहन खड़ी करने में परेशानी होती है।

रेस्ट हाउस रोड
सवारी ऑटो के अलावा लोडिंग ऑटों को खड़ी करने पर प्रशासन ने कभी ध्यान नहीं दिया है। इसका फायदा उठाते ुहुए लोडिंग ऑटो चालक रेस्ट हाउस के सामने सड़क के दोनों ओर अपने वाहन खड़े कर देते हैं। इससे यहां कई बार जाम लगता है। वही चौपाटी होने से शाम को हर थोड़ी देर में ट्रैफिक जाम लगता है। जबकि रेस्ट हाउस होने से यहां वीआईपी मूवमेंट अधिक रहता है।

जनप्रतिनिधि दे ध्यान
शहर को स्वच्छता रैकिंग दिलाने पर जनप्रतिनिधियों का ध्यान है, लेकिन बेततरतीब और अव्यवस्थित ढंग से जहां- तहां खड़े ऑटो चालकों को निर्धारित जगह दिलाने पर जनप्रतिनिधि ध्यान नहीं दे रहे हैं। दो दिन पहले आए कलेक्टर नीरज सिंह ने भी शहर भ्रमण में ये सारी कमियां देख चुके हैं। वही ट्रैफिक पुलिस प्रशासन भी इस ओर से ध्यान नहीं दे रही है।

सुविधाएं नहीं मिलने से ऑटो चालकों की भी मजबूरी
शहर की एकता ऑटो चालक वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष हनीफ खान, सदस्य अफजल खान, अरविंद साहू का कहना है कि प्रशासन ने कुछ स्थान तो चिन्हित किया, पर वहां सुविधाएं नहीं है। स्टेशन की दीवार से लगे स्थान पर गंदगी और बदबू के कारण हमें रोड पर ही ऑटो लगानी पड़ती है। हमारी प्रशासन से मांग है कि चिन्हित स्थानों पर साफ- सफाई के साथ ही ऑटो को व्यवस्थित खड़ी करने जगह दें। हम भी चाहते है कि आम नागरिकों को कोई परेशानी ना हो।

इनका कहना है
शहर में पार्किंग की बड़ी समस्या है। वाहन अधिक होने और सड़कों की चौड़ाई कम होने से लोगों को परेशानी हो रही है। इस समस्या से निजात दिलाने हमने ऑटो चालकों के लिए निर्धारित स्थल तय कर दिया है। लेकिन ये वहां खड़े नहीं कर रहे हैं। इसलिए जाम लग जाता है। हमने इनको निर्देश दे चुके हैं। पालन नहीं करने वाले ऑटो चालकों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
- एमएस रघुवंशी, एसडीएम, इटारसी।