
Blue Whale Game
सारनी। यदि आपके पास Blue Whale Game की लिंक आती है तो इसे इन्सटाल न करें। यदि ऐसा कुछ हो जाता है तो घबराने की बात नहीं है। क्योंकि जब तक आप लॉगिन नहीं करेंगे तब तक एडमिन आपका कुछ नहीं कर सकता है। यह कहना है बैतूल जिले के पाथाखेड़ा में रहने वाले ओमप्रकाश चौहान का। जिसने Blue Whale Game जैसे खतरनाक खेल की सात स्टेज पार करने के बाद स्वयं को सुरक्षित बाहर कर लिया। इसके बाद ओमप्रकाश ने एक वीडियो के माध्यम से सभी युवाओं को संदेश दिया है, जो इन दिनों सोशल साइट्स पर खूब वायरल हो रहा है। छिंदवाड़ा निवासी ओमप्रकाश ने बताया कि वह यहां रहकर आईटीआई कर रहा है। ओमप्रकाश के अनुसार यह गेम सुबह ४ बजे से ४.२० बजे के बीच लॉगिन करना होता है।
फेसबुक पर मिला था लिंक
ओमप्रकाश के अनुसार फेसबुक चैक करते समय अचानक उनके पास Blue Whale Game का लिंक आया। इस पर क्लिक करते ही उनका मोबाइल स्काइप पर एक ग्रुप से इससे जुड़ गया। इसके बाद उसने एक के बाद एक सात स्टेज पार किए। इस दौरान उसने नुकीली औजारों से अपने हाथ पर कभी आकृतियां बनाई तो कभी अंक लिखे, इस दौरान वह नंगे पैर रेलवे पटरी किनारे चलने को कहा गया। ओमप्रकाश ने बताया कि गेम के दौरान उसका दिमाग पूरी तरह से एडमिन के कब्जे में था, बाद में मोबाइल फॉर्मेट करने के बाद वह सुरक्षित गेम से बाहर आ गया। ओमप्रकाश ने बताया कि इसकी लिंक ओपन नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इसके बाद एडमिन मोबाइल हैक कर घर के पते और नंबर तक जान लेता है। हालांकि मोबाइल फारमेट करने के बाद उसके पास कोई कॉल नहीं आया।
ओमप्रकाश ने सुनाई स्टेज-दर-स्टेज कहानी
1. पहले किसी नुकीली चीज से हाथ पर व्हेल बनाने को कहा गया। इसका फोटो अपलोड करने के बाद पूरा हुआ।
2. दूसरे दिन उसे एक कोड दिया। सुबह 4 बजे कोड डालने के बाद गेम में एंट्री देकर खतरनाक वीडियो और डरावनी मूवी दिखाई।
3. इसके बाद नुकीले चाकू से हाथ पर कट बनाकर गेम में आने वाली व्हेल से चैट करने के लिए कहा गया।
4. हाथ पर नुकीली चीज से एफ-57 लिखने को कहा गया और ऊंची इमारत पर खुले पैर बैठकर गेम खेलने का टास्क मिला।
5. अगला कोड (जेड- 53570) मिला। रेलवे पटरी के किनारे टहलते हुए गेम कंप्लीट करने को कहा गया।
6. कोड धमकी के साथ आगे बढऩे को कहा गया। कोई टास्क नहीं था।
७. हाथ पर नुकीली चीज से व्हेल का निशान बनाने का कहा और दोस्त के सामने 2 घंटे बैठकर गेम खेलने की बात कही।
मोबाइल फार्मेट कर बचा
ओमप्रकाश के अनुसार वह Blue Whale Game की हकीकत जानने इसमें गया था, इसके बाद ही उसके मोबाइल और दिमाग पर एडमिन का कब्जा हो गया, 6वें टास्क में एडमिन ने उसे मां का नंबर बताकर उनको खत्म करने की धमकी देकर अगले टास्क की तरफ बढ़ाया। इसमें स्काइप ग्रुप में एडमिन और व्हेल सारे निर्देश हिंदी भाषा में टाइप कर देते हैं। वह रूस से था और लिपिन नाम बताया। इसके बाद उसने मोबाइल फार्मेट कर रीसेट करने के बाद उसने ऑन भी कर लिया, लेकिन किसी का कोई फोन नहीं आया। ओमप्रकाश ने कहा उसने पुलिस को जानकारी नहीं दी है और उसे काउंसलिंग की भी जरूरत नहीं है। हलांकि उसने बच्चों और युवाओं को इससे दूर रहने की अपील की है।
Updated on:
26 Sept 2017 02:11 pm
Published on:
25 Sept 2017 05:13 pm
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